Lok Sabha Election 2024: निशिकांत दुबे नहीं, झारखंड में ये 4 भाजपा सांसद वोट पाने में रहे थे अव्वल
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Lok Sabha Election 2024: निशिकांत दुबे नहीं, झारखंड में ये 4 भाजपा सांसद वोट पाने में रहे थे अव्वल

Lok Sabha Election 2024: धनबाद के भाजपा प्रत्याशी पशुपति नाथ सिंह को पिछले लोकसभा चुनाव में 827234 यानी 66.03 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कीर्ति आजाद को 341040 यानी 27.22 प्रतिशत वोट ही मिल पाए थे. इस तरह पशुपति नाथ सिंह ने कीर्ति आजाद को 486,194 मतों से हराया था. यह पिछले लोकसभा चुनाव में झारखंड में किसी भी प्रत्याशी की सबसे बड़ी हार थी. 

लोकसभा चुनाव 2024
Lok Sabha Election 2024: झारखंड के लोकसभा सदस्यों की बात होती है तो भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का नाम अव्वल रहता है. लोकसभा में अपनी वाकपटुता से निशिकांत दुबे ने अपनी एक पहचान बनाई है. भाजपा आलाकमान की नजर में भी निशिकांत दुबे ने अपनी छाप छोड़ी है और यह माना जाता है कि वे अपने क्षेत्र के सबसे लोकप्रिय सांसद हैं. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि झारखंड के कुछ ऐसे भी सांसद हैं जो निशिकांत दुबे से भी कहीं ज्यादा वोट पाकर दिल्ली पहुंचे हैं. ऐसे सांसदों में पूर्व वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा, पशुपति नाथ सिंह, अन्नपूर्णा देवी और विष्णु दयाल राम आदि शामिल हैं. इनमें जयंत सिन्हा को 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक वोट मिले थे.
 
जयंत सिन्हा ने हजारीबाग सीट से भाजपा के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था. उन्हें 728798 यानी 67.42 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के गोपाल प्रसाद साहू को 249250 यानी 23.06 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इस तरह उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को 479,548 मतों के भारी अंतर से शिकस्त दी थी. 
 
धनबाद के भाजपा प्रत्याशी पशुपति नाथ सिंह को पिछले लोकसभा चुनाव में 827234 यानी 66.03 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कीर्ति आजाद को 341040 यानी 27.22 प्रतिशत वोट ही मिल पाए थे. इस तरह पशुपति नाथ सिंह ने कीर्ति आजाद को 486,194 मतों से हराया था. यह पिछले लोकसभा चुनाव में झारखंड में किसी भी प्रत्याशी की सबसे बड़ी हार थी. 
 
कोडरमा से भाजपा प्रत्याशी अन्नूपर्णा देवी को 753016 यानी 62.26 प्रतिशत वोट मिले थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी को 297416 यानी 24.59 प्रतिशत वोट ही मिले. इस तरह अन्नपूर्णा देवी ने बाबूलाल मरांडी को 455,600 मतों से हराया था. हालांकि बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर दिया है और अभी वे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हैं.
 
सबसे बड़ी जीत की चौथी कड़ी में पलामू से भाजपा प्रत्याशी विष्णु दयाल राम ने राजद के घूरन राम को 477,606 मतों से हराया था. विष्णु दयाल को 755659 यानी 62.46 प्रतिशत तो घूरनराम को 278053 यानी 22.98 प्रतिशत वोट मिले थे.
 
4 अव्वल प्रत्याशियों के बाद अब बात करते हैं 60 प्रतिशत से कम मत प्राप्त करने वाले सांसदों की. इस लिस्ट में जमशेदपुर के भाजपा सांसद विद्युत बरन महतो का नाम आता है. इन्हें 679632 यानी 59.4 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे और इन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के चंपई सोरेन को 302,090 वोटों से हराया था. चंपई सोरेन को 377542 यानी 33 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. 
 
गिरिडीह सीट पर जीत का पताका फहराने वाली आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी को 648277 यानी 58.57 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के जगन्नाथ महतो को 399930 यानी 36.13 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. दोनों में जीत का अंतर 248,347 वोटों का रहा था.
 
रांची सीट पर भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ ने कांग्रेस के सुबोध कांत सहाय को 283026 वोटों से हराया था. संजय सेठ को 706828 यानी 57.21 प्रतिशत तो सुबोध कांत सहाय को 423802 यानी 34.3 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. 
 
चतरा सीट पर भाजपा प्रत्याशी सुनील कुमार सिंह को 528077 यानी 57.03 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे तो कांग्रेस के मनोज कुमार यादव को 150206 यानी 16.22 प्रतिशत वोट मिले थे. दोनों में जीत का अंतर 377,871 वोटों का रहा था. 
 
झारखंड के सबसे चर्चित सांसद निशिकांत दुबे ने गोड्डा सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए 637610 यानी 53.4 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. वहीं झारखंड विकास मोर्चा की ओर से प्रदीप यादव को 453383 यानी 37.97 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह निशिकांत दुबे ने प्रदीप यादव को 184,227 मतों से हराया था. 
 
राजमहल सीट की बात करें तो वहां झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से विजय कुमार हंस्दक ने जीत का परचम लहराया था और उन्हें 507830 यानी 48.47 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. दूसरी ओर भाजपा की हेमलाल मुर्मू को केवल 408635 यानी 39 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. इस तरह दोनों के मतों का अंतर 99,195 का रहा था.
 
दुमका में भाजपा के सुनील सोरेन ने जीत का परचम लहराया था और उन्हें 484923 यानी 47.26 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन को 437333 यानी 42.63 प्रतिशत मत ही हासिल हो पाए थे. इस तरह सुनील सोरेन ने शिबू सोरेन को 47,590 मतों के अंतर से हराया था. 
 
खूंटी में भाजपा के टिकट पर लड़ते हुए अर्जुन मुंडा ने 382638 यानी 45.97 प्रतिशत मत प्राप्त किए थे. वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कालीचरण मुंडा को 381193 यानी 45.8 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. दोनों के बीच केवल 1,445 मतों से हार जीत का फैसला हुआ था. 
 
लोहरदगा सीट की बात करें तो भाजपा के सुदर्शन भगत ने 371595 यानी 45.45 प्रतिशत तो कांग्रेस के सुखदेव भगत ने 361232 यानी 44.18 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. इस तरह सुदर्शन भगत ने सुखदेव भगत को 10,363 मतों से मात दी थी. 
 
सिंहभूम सीट की बात करें तो कांग्रेस की गीता कोड़ा को 431815 यानी 49.11 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे तो भाजपा के लक्ष्मण गिलुआ को 359660 यानी 40.9 प्रतिशत वोट. गीता कोड़ा ने लक्ष्मण गिलुआ को 72,155 मतों से हराया था.

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