पटना: Daily Panchang: आज का पंचांग आपके लिये शुभ तिथि और मुहूर्त लेकर आया है. आज भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि है. दिन शुक्रवार है. देशभर में हर्ष और उल्लास के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. शुक्रवार का दिन होने के कारण आज लक्ष्मी जी की पूजा भी करनी चाहिए.
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पटना: Daily Panchang: आज का पंचांग आपके लिये शुभ तिथि और मुहूर्त लेकर आया है. आज भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि है. दिन शुक्रवार है. देशभर में हर्ष और उल्लास के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. शुक्रवार का दिन होने के कारण आज लक्ष्मी जी की पूजा भी करनी चाहिए. जानिए पञ्चांग में क्या है खास, बता रहे हैं आचार्य हिमांशु उपमन्यु.
तिथि अष्टमी 01:06 AM
नक्षत्र कृत्तिका 04:58 AM
करण :
बालव 12:42 PM
कौलव 12:42 AM
पक्ष कृष्ण
योग घ्रुव 01:07 PM
वार शुक्रवार
सूर्योदय 05:35 AM
चन्द्रोदय 11:43 PM
चन्द्र राशि मेष
सूर्यास्त 06:26 PM
चन्द्रास्त 12:59 PM
ऋतु वर्षा
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत 1944
शुभकृत
कलि सम्वत 5124
दिन काल 01:06 PM
विक्रम सम्वत 2079
मास अमांत श्रावण
मास पूर्णिमांत भाद्रपद
शुभ समय
अभिजित 11:56 - 12:49
अशुभ समय
दुष्टमुहूर्त 08:28 AM - 09:20 AM
कंटक 01:47 PM - 02:39 PM
यमघण्ट 05:17 PM - 06:08 PM
राहु काल 10:42 AM - 12:20 PM
कुलिक 08:31 AM - 09:23 AM
कालवेला या अर्द्धयाम 03:28 PM - 04:21 PM
यमगण्ड 03:42 PM - 05:20 PM
गुलिक काल 07:32 AM - 09:10 AM
दिशा शूल
दिशा शूल पश्चिम
ताराबल
भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुम्भ.
श्रीकृष्ण पूजा में जरूरी बातें
भगवान श्री कृष्ण की पूजा में तुलसी पत्ता जरूर शामिल करें. भगवान श्री कृष्ण को तुलसी अतिप्रिय होती है. जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के साथ तुलसी की पूजा भी करें. मध्याह्न रात के समय काले तिल जल से डाल कर स्नान करें. इसके बाद देवकीजी के लिए प्रसूति-गृह का निर्माण करें.
इसके बाद श्रीकृष्ण मूर्ति या चित्र स्थापित करें. अब घर के मंदिर में श्री कृष्ण भगवान या फिर ठाकुर जी की मूर्ति को पहले गंगा जल से स्नान कराएं. फिर मूर्ति को दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और केसर के पंचामृत से स्नान कराएं.
अब शुद्ध जल से स्नान कराएं. रात 12 बजे भोग लगाकर लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना करें और फिर आरती करें. पूजा प्रारंभ करने के पहले खीरा जरूर काटें.