पश्चिम चंपारण: पश्चिम चंपारण के नौतन प्रखंड के धूमनगर के धुसवा गांव के नागेंद्र प्रसाद ने साबित कर दिया कि हौसला हो तो कोई भी मुश्किल नामुमकिन नहीं. जन्म से दृष्टिहीन नागेंद्र ने बिहार के मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना की मदद से आटा चक्की का व्यवसाय शुरू किया है. इस योजना के तहत उन्हें ऋण मिला, जिससे उन्होंने मशीन खरीदी. नागेंद्र अब न सिर्फ अपने लिए स्वरोजगार कर रहे हैं, बल्कि दो अन्य लोगों को भी रोजगार देने जा रहे हैं. बीडीओ की प्रेरणा से फार्म भरने के बाद उन्हें पहली किस्त मिली. नागेंद्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डीएम दिनेश कुमार राय का धन्यवाद किया. उनके माता-पिता और डीएम ने भी उनके प्रयासों की सराहना की. नागेंद्र की कहानी सभी दिव्यांगजनों और युवाओं के लिए प्रेरणा है.