India-China Border Issue: भारत 15-16 दिसंबर को ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप पर अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट करेगा. इसी को देखते हुए कुछ दिन पहले चीन का जासूसी पोत यांग वांग-5 हिंद महासागर में घुसा था. तभी से भारतीय नेवी की इस पर पैनी नजर थी.
Trending Photos
Yuan Wang 5 Leaves Indian Ocean: जमीन और आसमान से दुम दबाकर भागने के बाद अब चीन समंदर से भी भाग खड़ा हुआ. अरुणाचल प्रदेश में तवांग झड़प के बाद चीन बैकफुट पर नजर आ रहा है. मुंह की खाने के बाद अब वह प्रोपेगेंडा पर उतर आया है और उलटा भारत को ही एलएसी पर संयम बरतने की हिदायत दे रहा है. इस बीच खबर है कि हिंद महासागर क्षेत्र में मौजूद चीन का जासूसी पोत यांग वांग-5 वहां से निकल गया है. इस जासूसी पोत पर भारतीय नौसेना ने कड़ी निगरानी रखी हुई थी.
बता दें कि भारत 15-16 दिसंबर को ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप पर अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट करेगा. इसी को देखते हुए कुछ दिन पहले चीन का जासूसी पोत यांग वांग-5 हिंद महासागर में घुसा था. तभी से भारतीय नेवी की इस पर पैनी नजर थी. अगस्त में इसकी हंबनटोटा बंदरगाह पर डॉकिंग के कारण भारत और श्रीलंका के बीच राजनयिक विवाद पैदा हो गया था. 2000 टन वजन वाले यांग वांग-5 में एडवांस सेंसर्स, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे हैं और 400 क्रू मेंबर्स की क्षमता है.
धरी रह गई चीन की सभी चाल
दूसरी ओर LAC पर अब भारत की तैयारी कुछ ऐसी है कि दुश्मन अपनी चाल भी नहीं चल पाता है और उसकी बाज़ी पलट जाती है. वो इसलिए क्योंकि LAC पर निगरानी सिर्फ ज़मीन से ही नहीं बल्कि आसमान से भी रखी जा रही है. भारतीय वायुसेना के मुताबिक चीन ने आसमान से भी घुसपैठ की कोशिश की थी लेकिन वायुसेना ने उसके इरादों को भांप लिया और चीन को दुम दबाकर भागना पड़ा.
वहीं LAC पर जमीन के रास्ते तवांग में घुसपैठ का चीन का सपना भारत ने ध्वस्त कर दिया.चीन की सेना के जवानों को भारतीय सेना ने मार-पीटकर पीछे धकेल दिया. ये अरुणाचल प्रदेश में चीन की ये दूसरी हार थी. 9 दिसंबर को तवांग में भारत-चीन सैनिकों के झड़प के कुछ दिन पहले भारत के वायुवीरों ने चीन को पहली शिकस्त दी थी.
चीन ने भेजे थे ड्रोन
उस वक्त चीन ने अपने ड्रोन तवांग के करीब अरुणाचल की सीमा में भेजने की कोशिश की थी. चीन के ड्रोन ने भारत की वायु सीमा के अंदर घुसने की कोशिश की. इसके बाद भारतीय वायुसेना ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान चीन के ड्रोन के पीछे लगा दिए और वायुसेना के सुखोई-30MKI ने चीन के ड्रोन को खदेड़ दिया. पिछले कुछ दिनों में जो घटनाएं हो रही हैं उससे लगता है कि अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन काफी बेताब दिख रहा है. अरुणाचल प्रदेश में LAC के पास चीन दुस्साहस दिखाने की कोशिश जरूर कर रहा है.लेकिन हर मोर्चे पर उसे मुंह की खानी पड़ रही है.
पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं