Coronavirus News: जागते रहो! कोरोना पर सरकार ने क्यों बजा दी खतरे की घंटी, एक बात जो टेंशन दे रही
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Coronavirus News: जागते रहो! कोरोना पर सरकार ने क्यों बजा दी खतरे की घंटी, एक बात जो टेंशन दे रही

Kerala Coronavirus News: भारत में कोरोनावायरस केरल में तेजी से फैल रहा है. इसी तरह पहली और दूसरी लहर के समय भी हुआ था. तब भी ठंड में दिसंबर के बाद ही केस बढ़ने शुरू हुए थे. इस बार JN.1 सब वेरिएंट से चिंता बढ़ गई है. अब केंद्र सरकार ने राज्यों को भी अलर्ट कर दिया है. 

Coronavirus News: जागते रहो! कोरोना पर सरकार ने क्यों बजा दी खतरे की घंटी, एक बात जो टेंशन दे रही

Corona Cases India : एक बार फिर कोरोना बढ़ने लगा है. पहले भी ठंड के बाद अचानक केस बढ़ गए थे. ऐसे में केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अलर्ट रहने के लिए कहा है. कोरोना के मामले ऐसे समय में बढ़ रहे हैं जब त्योहार का टाइम है. क्रिसमस और नए साल के जश्न में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. अगर कोरोना के मामले बढ़े तो तेजी से फैलने का खतरा है. इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. जी हां, दिल्ली से भेजे गए पत्र में कोविड-19 के बढ़ते मरीजों और जेएन.1 वेरिएंट का मामला (Covid variant JN.1 in Kerala) सामने आने के मद्देनजर लगातार निगरानी बनाए रखने को कहा गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा है कि केंद्र और राज्य सरकारों के लगातार मिलकर काम करने से हम कोरोना के मामलों को कम करने में सफल रहे. हालांकि कोविड-19 वायरस का प्रकोप अभी जारी है इसलिए सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए उस तेजी को बनाए रखना महत्वपूर्ण है. 

कोरोना पर केंद्र की एडवाइजरी में क्या है?

  • हाल में केरल जैसे कुछ राज्यों में कोरोना के मरीजों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है. 
  • भारत में कोविड-19 के सब-वेरिएंट जेएन.1 का पहला मामला आठ दिसंबर को केरल में सामने आया. इससे पहले, तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का एक यात्री सिंगापुर में जेएन.1 स्वरूप से संक्रमित मिला था. 
  • केंद्र सरकार ने कहा है कि आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए राज्यों को कोरोना फैलने के जोखिम को कम करने के लिए आवश्यक स्वास्थ्य उपाय और दूसरी व्यवस्थाएं करनी चाहिए. 
  • राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड​​-19 के लिए साझा की गई संशोधित निगरानी रणनीति को लेकर विस्तृत दिशानिर्देशों का प्रभावी तरीके से पालन करें. 
  • स्वास्थ्य सचिव ने केस का जल्द पता लगाने के लिए इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के जिला आधारित मामलों की नियमित आधार पर निगरानी और रिपोर्ट करने को कहा है. 
  • राज्यों को यह भी सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में कोविड-19 जांच दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त टेस्टिंग सुनिश्चित करें. आरटी-पीसीआर और एंटीजन जांच लगातार जारी रखें. 
  • पंत ने पत्र में आरटी-पीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने और भारतीय सार्स सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम प्रयोगशालाओं में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए संक्रमित पाए गए नमूने भेजने की आवश्यकता पर भी जोर दिया जिससे देश में नए स्वरूप का समय पर पता लगाया जा सके.

जेएन क्या मुसीबत है?

सब-वेरिएंट जेएन.1 (बीए.2.86.1.1) इसी साल 2023 के अंत में सामने आया. यह सार्स सीओवी-2 के बीए.2.86 (पिरोला) समूह से संबंधित है. अमेरिका, चीन, सिंगापुर और भारत में जेएन.1 स्वरूप के मामले आए हैं. चीन से इस सब-वेरिएंट के सात मामले सामने आए हैं. इसके लक्षण सर्दी-जुकाम, सिर दर्द जैसे ही हैं. केसलोड की बात करें तो कुछ घंटे पहले तक भारत में एक्टिव कोरोना केस की संख्या 1800 के पार पहुंच गई थी और केरल में एक मरीज की मौत हो चुकी है. 

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