G20 Summit 2023 Delhi: भारत के मून मिशन उपलब्ध होने वाला डेटा पूरी मानवता के काम आने वाला है. इसी भावना से भारत 'G20 Satellite Mission for Environment and Climate Observation' लॉन्च करने का प्रस्ताव भी रख रहा है. इससे मिलने वाले climate और weather डेटा सभी देशों, विशेषकर ग्लोबल साउथ के देशों के साथ शेयर किये जाएंगे
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G20 India 2023: राजधानी दिल्ली में आज से शुरू हुई जी20 शिखर सम्मेलन के लिए कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली पहुंच चुके हैं. शुक्रवार को PM मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. वहीं आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू G20 नेताओं के लिए डिनर होस्ट करेंगी, जिसमें विदेशी नेताओं के साथ ही देश के भी कई बड़े नेता शामिल होंगे. जी20 नेताओं के 18वें शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत आस्था, अध्यात्म और परंपराओं की डायवर्सिटी की भूमि है. दुनिया के अनेक बड़े धर्मों ने यहां जन्म लिया है. दुनिया के हर धर्म ने यहां सम्मान पाया है.
लोकतंत्र की जननी (Mother of Democracy) के रूप में, संवाद और लोकतान्त्रिक विचारधारा पर अनंत काल से हमारा विश्वास अटूट है. हमारा वैश्विक व्यवहार, 'वसुधैव कुटुम्बकम', यानि World is One Family के मूल भाव पर आधारित है. विश्व को एक परिवार मानने का यही भाव, हर भारतीय को एक पृथ्वी के दायित्व-बोध से भी जोड़ता है.
उन्होंने कहा कि एक पृथ्वी की भावना से ही भारत ने Lifestyle for Environment Mission की शुरुआत की है. भारत के आग्रह पर और आप सबके सहयोग से पूरा विश्व इस साल बाजरा का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष (International Year of Millets) मना रहा है और यह भी जलवायु सुरक्षा (Climate Security) की भावना से जुड़ा हुआ है. इसी भावना के साथ COP-26 में भारत ने "Green Grids Initiative- One Sun, One World, One Grid' लॉन्च किया था. आज भारत दुनिया के उन देशों में है जहां बहुत बड़े पैमाने पर सोलर रिवॉल्यूशन चल रहा है.
भारत के करोड़ों किसान अब नैचुरल फार्मिंग अपना रहे हैं. यह मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ मिट्टी की, पृथ्वी की स्वास्थ्यको सुरक्षित रखने का भी बहुत बड़ा अभियान है. हमने भारत में ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए National Green Hydrogen Mission भी लॉन्च किया है. G-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान भारत ने Global Hydrogen
Climate की चुनौती को ध्यान में रखते हुए एनर्जी ट्रांजिशन, 21वीं सदी के विश्व की बहुत बड़ी आवश्यकता है. समावेशी ऊर्जा ट्रांजिशन के लिए ट्रिलियन्स ऑफ डॉलर्स की जरूरत है. स्वाभाविक रूप से इसमें विश्व के विकसित देशों की बहुत बड़ी भूमिका है. भारत के साथ-साथ ग्लोबल साउथ के सभी देशों को खुशी है कि विकसित देशों ने इस साल यानि कि 2023 में एक अहम् सकारात्मक पहल की है. विकसित देशों ने climate finance के लिए अपने 100 बिलियन डॉलर के कमिटमेंट को पूरा करने की पहली बार इच्छा जाहिर की है. "ग्रीन डेवेल्पमेंट पैक्ट' को अपनाकर G-20 ने सस्टेनेबल और ग्रीन ग्रोथ के प्रति अपने दायित्वों का भी निर्वहन किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि सबका प्रयास की भावना के साथ आज G-20 के इस मंच पर भारत के कुछ सुझाव भी हैं. आज समय की मांग है कि सभी देश फ्यूल ब्लेंडिंग के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करें. हमारा प्रस्ताव है कि पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग को ग्लोबल स्तर पर 20 परसेंट तक ले जाने के लिए इनिशिएटिव लिया जाए. या फिर ग्लोबल गुड्स के लिए हम कोई और ब्लेंडिंग मिक्स निकालने पर काम करें, जिससे एनर्जी सप्लाई बनी रहे और क्लाइमेट भी सुरक्षित रहे. इस सन्दर्भ में आज पीएम मोदी ने Global Biofuel Alliance लॉन्च किया. जिसमें उन्होंने सभी देशों को इससे जुड़ने के लिए आमंत्रित किया.
साथ ही चंद्रयान 3 की सफलता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के मून मिशन, चंद्रयान की सफलता से परिचित हैं. इससे उपलब्ध होने वाला डेटा पूरी मानवता के काम आने वाला है. इसी भावना से भारत 'G20 Satellite Mission for Environment and Climate Observation' लॉन्च करने का प्रस्ताव भी रख रहा है. इससे मिलने वाले climate और weather डेटा सभी देशों, विशेषकर ग्लोबल साउथ के देशों के साथ शेयर किये जाएंगे.