बॉर्डर पर किसान की मौत व उनसे हो रहे बर्ताव को लेकर किसान संगठनों के साथ अब पंचायत खापें भी समर्थन में आ गई हैं. वहीं खापों का कहना है कि पहले करीब 14 महीने चले किसान आंदोलन से उन्हें नसीहत मिली है.
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Haryana News: बॉर्डर पर किसान की मौत व उनसे हो रहे बर्ताव को लेकर किसान संगठनों के साथ अब पंचायत खापें भी समर्थन में आ गई हैं. दर्जनभर खाप पंचायतों ने यह स्पष्ट किया कि पहले करीब 14 महीने चले किसान आंदोलन से उन्हें नसीहत मिली है. वहीं इस बार पिछले आंदोलन से ज्यादा किसान आंदोलन पार्ट-2 उग्र रूप लेगा. साथ ही पंचायतों ने किसान संगठनों को एकजुट होने की नसीहत देते हुए कहा कि वे एकजुट हो जाएं, पंचायत खापें उनका पूरा साथ देते हुए आर-पार की लड़ाई के लिए आगे आएंगी. खापों के साथ किसान व सामाजिक संगठनों की संयुक्त कमेटी का गठन किया गया और निर्णय लिया कि अपने-अपने क्षेत्रों में पक्के मोर्चे शुरू करते हुए आंदोलन में अहम भूमिका निभाई जाएगी. जरूरत पड़ने पर रेल रोकने, रोड जाम सहित बॉर्डर पर जाना पड़े तो पहुंचेंगे.
बार्डर पर किसान की मौत की कि निंदा
चरखी दादरी के स्वामी दयाल धाम पर सर्वजातीय सर्वखाप किसान महापंचायत का आयोजन फोगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार की अध्यक्षता में किया गया. महापंचायत में फोगाट, सांगवान, श्योराण, पंवार, धनखड़ सहित दर्जनभर खापों के प्रतिनिधियों के अलावा किसान व सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल हुए. पंचायत में खापों ने किसान संगठनों को आंदोलन में एकजुटता दिखाकर ठोस निर्णय लेने की मांग उठाई और कहा कि वे जो निर्णय लेंगे उसी अनुरूप खाप पंचायतें पूरा साथ देंगी. इस दौरान बार्डर पर किसान की मौत व उनसे हो रहे बर्ताव की निंदा करते हुए बार्डर पर शहीद किसान को श्रद्धांजलि भी दी गई.
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किसानों को अपना हक मांगने का है पूरा हक
फोगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि किसानों को अपना जायज हक मांगने पर मौत मिलती है. अब तो एमएसपी का हक लेकर किसान की मौत का बदला लेंगे. पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि दादरी और बाढड़ा क्षेत्रों में पक्के मोर्चे शुरू किए जाएंगे और मार्चों की अगुवाई पंचायत खाप करेंगी. पंचायत खापों के अलावा किसान व सामाजिक संगठनों की संयुक्त कमेटी का गठन किया गया. जल्द संयुक्त कमेटी की मीटिंग बुलाकर धरना शुरू करेंगे और किसान आंदोलन की चिंगारी दादरी से शुरू होगी.
Input- Pushpender Kumar