खबर आई थी कि गाजीपुर में कूड़े के पहाड़ का एक हिस्सा ढह गया है. लेकिन MCD ने इन सभी खबरों को झूटा बताते हुए कहा कि गाजीपुर का कोई भी हिस्सा फिसला या ढहा नहीं है. यह सुरक्षित एवं अक्षुण्ण है तथा वहां लगातार कूड़ा निस्तारण का कार्य चल रहा है.
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नई दिल्लीः मीडिया में एक झूठी खबर फैलाई जा रही है कि गाजीपुर में कूड़े के पहाड़ का एक हिस्सा ढह गया, जिससे लोग बाल-बाल बच गए. दिल्ली नगर निगम यह रिकॉर्ड रखना चाहेगा कि गाजीपुर में सेनेटरी लैंडफिल का कोई भी हिस्सा फिसला या ढहा नहीं है. यह सुरक्षित और अक्षुण्ण है और वहां लगातार कूड़ा निस्तारण का काम चल रहा है.
हालांकि, यह निगम के संज्ञान में आया है कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट गाजीपुर की दीवार का एक छोटा सा हिस्सा पशुधन बाजार गाजीपुर की ओर गिर गया है. संयंत्र का प्रबंधन और संचालन रियायतग्राही द्वारा किया जा रहा है न कि निगम द्वारा. इसे बहाल करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जा रही है. बहाली पर निगम की पैनी नजर है.
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इसके अलावा, यह भी कहा गया है कि प्लांट की चारदीवारी के छोटे से हिस्से के गिरने से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और न ही इससे जनता में कोई दहशत की स्थिति पैदा हुई. तीनों लैंडफिल स्थलों को सुरक्षित रखने के लिए निगम ने सभी उपाय किए हैं. इन लैंडफिल साइटों को सुरक्षित और सुरक्षित बनाने के लिए और जो कुछ भी करने की आवश्यकता है, वह 900 करोड़ रुपये के मुआवजे के कोष से किया जाएगा जिसे माननीय एनजीटी द्वारा दिल्ली सरकार द्वारा निगम को देने का आदेश दिया गया है.
लैंडफिल साइटों को सुरक्षित करने के लिए अनुरोधित धनराशि आज तक राज्य सरकार को उपलब्ध नहीं कराई गई है. निगम अपने तीन लैंडफिल साइटों से लगातार कचरा का निपटान कर रहा है जो 280 लाख मीट्रिक टन से घटकर 203 लाख मीट्रिक टन हो गया है और इस गिनती पर और अधिक सफल परिणाम जल्द ही दिल्ली के लोगों के साथ साझा किए जाएंगे.
यह भी झूठा दावा किया गया है कि 16 नए लैंडफिल साइट खोले जा रहे हैं. इस झूठे दावे का निगम द्वारा पहले भी कई मौकों पर स्पष्ट रूप से खंडन किया जा चुका है. इसका स्पष्ट खंडन करने का कारण यह है कि MCD के पास पहले से ही दिल्ली में उत्पन्न होने वाले कुल नगरपालिका कचरे की 75% प्रसंस्करण क्षमता है.
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इसके अलावा, दिल्ली के नागरिकों के बीच कचरा पृथक्करण बढ़ रहा है जिससे कुल दैनिक अपशिष्ट उत्पादन में कमी आएगी. इसलिए नगर निगम के कचरे को लैनफिल साइट पर जाने की कोई जरूरत नहीं है. निकट भविष्य में कचरे को डंप करने के लिए लैंडफिल साइट की कम मांग के साथ, कोई कारण नहीं है कि नई लैंडफिल साइट की आवश्यकता होगी. MCD नागरिकों से अनुरोध करता है कि वे नई लैंडफिल साइट खोलने के बारे में फैलाई जा रही गलत सूचनाओं को नजरअंदाज करें.
MCD चुनाव से पहले भाजपा कूड़े के पहाड़ को फैलाकर दिखाने की कोशिश कर रही थी कि उसने पहाड़ कम कर दिया है…लेकिन इनके कुकर्मों की वजह से ग़ाज़ीपुर मंडी की दीवार गिर गई.
कल सुबह घटना स्थल से ही इनके कुकर्मों का खुलासा करूँगा. https://t.co/lYqj4Ox4sA
— Manish Sisodia (@msisodia) November 8, 2022
आपको बता दें कि इसको लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान भी सामने आया है, जिसमें में उन्होंने कहा कि MCD चुनाव से पहले भाजपा कूड़े के पहाड़ को फैलाकर दिखाने की कोशिश कर रही थी कि उसने पहाड़ कम कर दिया है, किन इनके कुकर्मों की वजह से गाजीपुर मंडी की दीवार गिर गई. कल सुबह घटना स्थल से ही इनके कुकर्मों का खुलासा करूंगा.