ये कांग्रेस का काम है..अराजकता फैलाना, हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर क्या बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया
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ये कांग्रेस का काम है..अराजकता फैलाना, हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर क्या बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया

Sebi And Adani: हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी के बिजनेस कनेक्शन हैं. इसको लेकर देशभर में प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है.

ये कांग्रेस का काम है..अराजकता फैलाना, हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर क्या बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया

Hindenburg Report: हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट को लेकर देश भर में हलचल मची है. हिंडनबर्ग ने शनिवार रात को जारी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी के बिजनेस कनेक्शन हैं. इसको लेकर देशभर में प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. सिंधिया ने इशारा किया है और आरोप लगाए हैं कि ये कांग्रेस का काम है.

देश में अराजकता फैलाना मकसद

सिंधिया ने कहा है कि कांग्रेस का एक ही काम है. उन्होंने आरोप लगाए कि देश में अराजकता फैलाना और देश को विवादित मामलों में उलझाए रखना कांग्रेस का काम है. प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा का हर कार्यकर्ता भारत को प्रगति और विकास के रास्ते पर ले जा रहा है. कांग्रेस सिर्फ भटकाने और सबको अंधेरे में रखने की कोशिश करती है. यह उनका शुरू से ही तरीका रहा है और वे इसी के अनुसार काम कर रहे हैं. 

इसमें कांग्रेस एक साझेदार है

वहीं इस रिपोर्ट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रेशखर ने भारत में अराजकता फैलाने की कोशिश बताया है. जबकि बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत में आर्थिक अस्थिरता फैलाने की कोशिश में विपक्ष साझेदार है. राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ये सेबी पर हमला है. इसमें कांग्रेस गलत उद्देश्य और लक्ष्यों के साथ एक साझेदार है. ये दुनिया के सबसे मजबूत फाइनेंशियल सिस्टम में से एक को बदनाम और अस्थिर करना चाहता है. साथ ही ये दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था भारत में अराजकता भी पैदा करना चाहता है.

उधर अडानी ग्रुप ने रविवार को हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए ताजा आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह व्यक्तिगत लाभ के लिए पूर्व निर्धारित निष्कर्षों पर पहुंचने के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी का दुर्भावनापूर्ण, शरारती और चालाकीपूर्ण चयन है. एक्सचेंज फाइलिंग में ग्रुप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि यह बदनाम करने के इरादे से किए गए दावों की पुनरावृत्ति है. इन दावों की गहन जांच की गई है और जनवरी 2024 में माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा इन्हें खारिज किया जा चुका है.

उधर मामले में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इस महा घोटाले की जांच सिर्फ और सिर्फ जेपीसी के द्वारा ही हो सकती है जिससे पीएम डरते हैं. लेकिन वह कब तक बचाएंगे और कब तक बचेंगे एक न एक दिन आप लोग पकड़े जाएंगे. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि तत्काल प्रभाव से सेबी की प्रमुख को हटाना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए.

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