विस्तारा एयरलाइंस से हवाई यात्रा पर जाने वाले मुसाफिरों को अब किसी तरह के दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी.
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नई दिल्ली: डिजी यात्रा स्कीम के तहत बैगलूरू एयरपोर्ट पर बायोमैट्रिक सिस्टम का ट्रायल शुरू हो गया है. 22 जुलाई को यह ट्रायल विस्तारा एयरलाइंस के साथ शुरू किया गया है. मौजूदा व्यवस्था के तहत, विस्तारा एयरलाइंस से हवाई यात्रा पर जाने वाले मुसाफिरों को अब किसी तरह के दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी. योजना के तहत, बायोमैट्रिक सिस्टम से दूसरी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस को चरणवद्ध तरीके से जोड़ा जाएगा.
विस्तारा एयरलाइंस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, डिजी यात्रा स्कीम के तहत विस्तारा एयरलाइंस ने बैगलूरू से मुंबई जाने वाले मुसाफिरों को यह सुविधा उपलब्ध कराई है. यह सुविधा फिलहाल बैंगलोर से मुंबई रवाना होने वाले फ्लाइट यूके-864 के मुसाफिरों को मिलेगी. उन्होंने बताया कि प्रक्रिया के तहत, एयरपोर्ट पहुंचने के बाद इस फ्लाइट के मुसाफिरों को अपना फेस रिकॉग्नाइजेशन कराना होगा. जिसमें मुसाफिरों के चेहरे को कैमरे में कैद कर उनकी पहचान से जुड़ी जानकारी को साफ्टवेयर में दर्ज किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि एक बार फेस रिकॉग्नाइजेशन होने के बाद मुसाफिरों को टर्मिनल में प्रवेश करने से लेकर चेक-इन, सिक्योरिटी चेक और बोर्डिंग के दौरान किसी दस्तावेज को दिखाने की जरूरत नहीं होगी. इन सभी जगहों पर लगे कैमरे मुसाफिरों के चेहरे को पहचान कर उनके फ्लाइट से जुड़ी जानकारी सुरक्षा अधिकारियों को मुहैया कराएंगे. उन्होंने बताया कि मौजूद व्यवस्था के तहत, मुसाफिरों को अपनी हर फ्लाइट से पहले फेस रिकॉग्नाइजेशन कराना होगा. फ्लाइट पूरी होने के कुछ घंटों के बाद उनका डाटा स्वत: सर्वर से डिलीट हो जाएगा.
विस्तारा एयरलाइंस के अनुसार, बैंगलोर एयरपोर्ट से संचालित होने वाली विस्तारा एयरलाइंस की सभी फ्लाइट्स को अक्टूबर के अंत तक बायोमैट्रिक से जोड़ दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि योजना के तहत, फेस रिकॉग्नाइजेशन सिस्टम को विस्तारा एयरलाइन ने डिपार्चर कंट्रोल सिस्टम से जोड़ा है. कुछ महीनों के भीतर डिजी यात्रा स्कीम के तहत अन्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट के चेकइन और सेल्फ बैग ड्राप सिस्टम को इस सुविधा से जोड़ दिया जाएगा. यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैंगलोर एयरपोर्ट के बायोमैट्रिक सिस्टम को डिजी यात्रा के सेंट्रल प्लेटफार्म से जोड़ दिया जाएगा.