झीरम की बरसी से पहले गरमाई सियासत, ऐसा क्या बोल गए BJP अध्यक्ष कि CM बघेल ने कहा- निर्लज्ज
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झीरम की बरसी से पहले गरमाई सियासत, ऐसा क्या बोल गए BJP अध्यक्ष कि CM बघेल ने कहा- निर्लज्ज

Jhiram Ghati: झीरम घाटी की बरसी से पहले छत्तीसगढ़ की सियासत गरमा गई है. BJP प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने झीरम घाटी पर हुए नक्सली हमले के सच को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिस पर पलटवार करते हुए CM भूपेश बघेल ने उन्हें निर्लज्ज करार दे दिया.

cm bhupesh baghel

रायपुर/जगदलपुर: झीरम घाटी पर कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हुए नक्सली हमले को 10 साल होने वाले हैं. नक्सली हमले की 10वीं बरसी से पहले छत्तीसगढ़ में नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई है, जिस कारण प्रदेश की सियासत गरमा गई है. BJP प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने झीरम घाटी पर हुए नक्सली हमले के सच को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिस पर पलटवार करते हुए CM भूपेश बघेल ने कहा- निर्लज्ज लोग हैं. शर्म भी नहीं आती.

अरूण साव ने दिया बड़ा बयान
BJP प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने कहा- CM भूपेश बघेल जी ने बड़े-बड़े दावे किए थे कि झीरम का सच मेरी जेब में है.मगर वह सच सामने नहीं आया है. हमने इतने बड़े-बड़े नेताओं को खोया है. जो भूपेश बघेल जी ने कहा उसे करना चाहिए.

CM बघेल का पलटवार, कहा- निर्लज्ज लोग हैं
अरुण साव के बयान पर पलटवार करते हुए CM भूपेश बघेल ने कहा कि ये झीरम घाटी को लेकर उटपटांग बयान दे रहे हैं. निर्लज्ज लोग हैं. शर्म भी नहीं आती. NIA ने जिंदा बचकर आए लोगों से पूछताछ नहीं की. उनसे बात करें.उनसे क्या उम्मीद करते हैं. NIA  से हम लोगों ने कहा था कि जो जांच की गई है उसकी रिपोर्ट दी जाए. फाइल को राजभवन में जमा किया गया ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ है. तेलंगाना में पकड़ाए नक्सलियों से NIA ने आखिर पूछताछ क्यों नहीं की? माममले की सुनवाई कर रहे जज का ट्रांसफर करा दिया गया उसके घर में बम फेंका गया. स्पष्ट है कि BJP दबाना चाहती है और कुछ छुपाना चाहती है.

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25 मई को जगदलपुर में होगा बरसी का कार्यक्रम 
25 मई को जगदलपुर में झीरम घाटी की 10वीं बरसी पर कार्यक्रम आयोजित होगा. CM भूपेश बघेल भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके अलावा वे और कई कायक्रमों में शामिल होंगे. 

जानें क्या है झीरम घाटी हमला
2013 में नक्‍सल प्रभावित सुकमा जिले से कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा गुजर रही थी. इस दौरान 25 मई को झीरम घाटी पर नक्सलियों ने पेड़ गिराकर पहले रास्ता बंद किया. इसके बाद काफिले पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. करीब डेढ़ घंटे तक हुई फायरिंग में  30 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. हमले में कांग्रेस नेता नंदकुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा की बेरहमी से हत्या कर दी गई. 

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