Lok Sabha Chunav 2024: जबलपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश यादव का चुनाव प्रचार इन दिनों चर्चा में बना हुआ है, क्योंकि वोट के साथ नोट भी मांग रहे हैं, जिसके पीछे की वजह भी बताते जा रहे हैं.
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Jabalpur Lok Sabha Seat: जबलपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश यादव अपने चुनाव प्रचार को लेकर चर्चाओं में आ गए हैं. इन चर्चाओं की वजह है इनका मतदाताओं से वोट के साथ-साथ 10 रुपये का नोट मांगना. दिनेश यादव का कहना है कि सरकार ने कांग्रेस के खाते सीज कर दिए हैं, इसलिए चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं हैं. ऐसे में कांग्रेस कैंडिडेट इस मुद्दे को भुना कर सहानुभूति बटोरना चाह रहे हैं और इसे लोकतंत्र पर हमला बता कर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं. वहीं भाजपा इस मामले में कांग्रेस प्रत्याशी पर पलटवार करते हुए इसे उनका राजनीतिक स्टंट बता रही है.
करोड़पति हैं दिनेश यादव
खास बात यह है कि भले ही दिनेश यादव प्रचार के दौरान 10-10 रुपए का नोट मांग रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि वह करोड़ों की संपत्ति के मालिक है. दिनेश यादव ने नामांकन फार्म के साथ जो शपथ पत्र जमा किया है उसके अनुसार कांग्रेस कैंडिडेट 1 करोड़ 12 लाख की चल संपत्ति और 2 करोड़ आठ लाख रुपये की अचल संपत्ति के मालिक हैं. इनकी पत्नी भी 53 लाख की चल और 1 करोड़ 60 लाख की अचल संपत्ति की मिल्कियत रखती हैं.
अब तक 4 लाख रुपए जुटाए
दिनेश का दावा है कि जनता के आशीर्वाद से अब तक उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान 10 रुपए कर करके 4 लाख रुपए जोड़े हैं. खास बात यह भी है कि दिनेश एक आदमी से सिर्फ 10 रुपय का चंदा लेते है. अगर कोई ज्यादा देना भी चाहें तो भी दिनेश 10 रुपये ही लेते हैं.उनका कहना है कि हम सहयोग नहीं ले रहे, जनता हमारा सहयोग खुद कर रही है. जब जनता को मीडिया के जरिए पता चला कि कांग्रेस के सारे खाते मोदी सरकार ने फ्रीज करवा दिए हैं, तो वे खुद हमारी सहायता करने आगे आ रहे हैं. वे आगे कहते है कि भाजपा सोचती है कि कांग्रेस के पास पैसे नहीं होंगे तो प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. भाजपा गलत सोचती है, क्योंकि खुद जनता तक ये बात पहुंच चुकी है, लोग बढ़ चढ़कर मदद कर रहे हैं.
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बीजेपी का पलटवार
वहीं दिनेश यादव को लेकर बीजेपी तंज कसती नजर आ रही है. जबलपुर भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रभात साहू इसे राजनीतिक स्टंट बताते हुए कहते हैं कि कांग्रेस ने पूरे देश को लूट लिया है, उसके पास बहुत संपत्ति है लेकिन कहते हैं न कि हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और होते हैं. ऐसी ही है कांग्रेस पार्टी और उसकी प्रत्याशी की हकीकत है. एक वोट और 10 रुपये का नोट उनका राजनीतिक स्टंट है. जनता इस बात को समझ चुकी है कि इस बार वोट किसको देना है.
कौन हैं दिनेश यादव
दिनेश यादव जबलपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट हैं और इनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार आशीष दुबे से होने जा रहा है. दिनेश यादव लंबे समय से कांग्रेस के शहर जिलाध्यक्ष रहे हैं. लोकसभा से पहले महापौर का चुनाव भी लड़ चुके हैं. वे नगर निगम जबलपुर में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं. इस बार जब कोई बड़ा नेता लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हुआ तो वे आगे आए हैं.
सालों पहले भी दिखा था ऐसा ही नजारा
खास बात यह है कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब जबलपुर में प्रचार के दौरान प्रत्याशी वोट के साथ नोट मांगता हुआ नजर आ रहा है, इससे पहले 1977 के लोकसभा चुनाव में भी जबलपुर में ऐसा ही नजारा देखने को मिला था. जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव एक नोट एक वोट के नारे के साथ जबलपुर से चुनाव लड़े थे. खास बात यह है कि इस चुनाव में उन्हें जीत भी मिली थी. यही वजह है कि सालों बाद जब दिनेश यादव ने भी यही फॉर्मूला अपनाया तो उनका नाम चर्चा में बना हुआ है.
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