Best Places To Visit In Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में एक बार फिर से चीतों को खुले जंगल में छोड़ा जाएगा. 5 फरवरी को 5 साल से बाड़े में बंद चीतों को खुले में छोड़ा जाएगा. मुख्यमंत्री मोहन यादव खुद को चीतों को छोड़ेंगे. कूनों में अब चीतों को कुल संख्या 12 है. आइए जानते हैं कूनो नेशनल पार्क के बारे में....
कूनो नेशनल पार्क भारत के प्रमुख वन्यजीव अभयारण्यों में से एक है. यह न केवल जैव विविधता के संरक्षण का स्थल है, बल्कि पर्यटकों के लिए एक शानदार साहसिक स्थल भी है. कूनो नेशनल पार्क का प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों के अद्भुत दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
यहां पर्यटन की कई गतिविधियां उपलब्ध हैं, जो जंगल प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों के लिए बेहतरीन जगह है. कूनो पार्क में जंगल सफारी का विशेष आकर्षण है, जहां पर्यटक खुले जंगल में वन्यजीवों को देखने का अनुभव लेते हैं. यह सफारी दो प्रकार की होती है, वाहन सफारी और जीप सफारी.
कूनो का जैविक विविधता से भरपूर वातावरण पक्षियों के लिए आदर्श है. यहां बर्ड वॉचिंग का अनुभव भी बेहद रोमांचक होता है, क्योंकि कई दुर्लभ पक्षी प्रजातियां यहां पाई जाती हैं.
कूनो में मिश्रित वन, घास के मैदान और नदी किनारे के दृश्य पर्यटकों को एक शांतिपूर्ण अनुभव प्रदान करते हैं. चीता, बाघ, तेंदुआ, काले भालू और अन्य जंगली जानवर यहां पाए जाते हैं, जो जंगल सफारी के दौरान देखे जा सकते हैं.
कूनो में स्थानीय आदिवासी समुदाय भी रहते हैं और उनके साथ संवाद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान से एक नया अनुभव मिलता है. कूनो के जंगल में ट्रैकिंग करना एक रोमांचक एक्टिविटी है, जो एडवेंचर टूरिज्म का हिस्सा बन सकती है.
कूनो के आसपास पर्यटकों के लिए रिसॉर्ट्स और लॉज की सुविधा उपलब्ध है, जो आरामदायक ठहरने का अवसर प्रदान करते हैं. कूनो नेशनल पार्क वन्यजीवों की सुरक्षा और संरक्षण पर जोर देता है, जिससे यह पर्यटकों के लिए सुरक्षित और आरामदायक स्थल बनता है.
कूनो में पर्यटन का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी तक होता है, जब मौसम ठंडा और आदर्श होता है. कूनो में वन्यजीवों, पारिस्थितिकी तंत्र और संरक्षण के बारे में जानकारी देने के लिए कई शैक्षिक कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं, जो पर्यटकों को यहां की जैव विविधता को समझने में मदद करते हैं.
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