CM Mohan Yadav Cabinet Meeting: महाकाल की नगरी उज्जैन में होगी MP कैबिनेट की पहली बैठक, CM यादव ने किया ये बड़ा ऐलान
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2014633

CM Mohan Yadav Cabinet Meeting: महाकाल की नगरी उज्जैन में होगी MP कैबिनेट की पहली बैठक, CM यादव ने किया ये बड़ा ऐलान

CM Mohan Yadav Cabinet Meeting:  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऐलान किया है कि कैबिनेट की पहली बैठक (first cabinet meeting) बाबा महाकाल की नगरी (Ujjain the city of Baba Mahakal) उज्जैन में होगी.

CM Mohan Yadav Cabinet Meeting: महाकाल की नगरी उज्जैन में होगी MP कैबिनेट की पहली बैठक, CM यादव ने किया ये बड़ा ऐलान

CM Mohan Yadav Cabinet Meeting: मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री के बाद अब मंत्रिमंडल की गठन की कवायद जारी है. सीएम मोहन यादव रविवार को दिल्ली दौर पर रहेंगे. उनके साथ डिप्टी CM जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला भी जाएंगे. इसके अलावा जो बड़ी खबर सामने आ रही है, वो ये है कि डॉ. यादव ने ऐलान किया है कि कैबिनेट की पहली बैठक (first cabinet meeting) बाबा महाकाल की नगरी (Ujjain the city of Baba Mahakal) उज्जैन में होगी.

संक्रांति पर होगी बैठक 
जानकारी के मुताबिक 14 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके पर उज्जैन में कैबिनेट की बैठक होगी. कैबिनेट की बैठक में उज्जैन के विकास को लेकर फैसला होगा. बता दें कि ये दूसरी बार होगा, जब उज्जैन में कैबिनेट की बैठक होगी. इससे पहले शिवराज कैबिनेट की उज्जैन में बैठक हो चुकी है. 

सीएम ने कही बड़ी बात
कैबिनेट बैठक को लेकर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन ने कहा कि विकास के लिए जिस शहर में कैबिनेट बैठक करनी होगी वहां करेंगे. उज्जैन पहुंचे मोहन यादव ने कहा कि अब कैबिनेट की बैठक राजधानी भोपाल में नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में होगी. उन्होंने कहा कि जहां भी समस्या, शिकायत या सौगात देना होगी वहां पर कैबिनेट के सभी मंत्री एकत्रित होकर बैठक के साथ सौगात देंगे. 

मंत्रिमंडल पर आज लग सकती है मुहर
दिल्ली में BJP शीर्ष नेतृत्व के साथ मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत सभी की बैठक होगी. इस मीटिंग में आज मंत्रिमंडल पर चर्चा के बाद मुहर लग सकती है. इस दौरान दिग्गज नेताओं की भूमिका को लेकर भी चर्चा होगी. माना जा रहा है कि पुराने चेहरों में परफार्मेंस के आधार पर कुछ मंत्रियों को फिर से मौका मिल सकता है. बीजेपी जातिय समीकरण के साथ ही क्षेत्र के प्रतिनिधित्व को भी प्राथमिकता दे सकती है. 

रिपोर्ट - आकाश द्विवेदी

Trending news