मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से किसान परेशान, पूरे MP में सड़कों पर उतरेंगे अन्नदाता
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मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से किसान परेशान, पूरे MP में सड़कों पर उतरेंगे अन्नदाता

Fertilizer Problem In MP: मध्य प्रदेश में खाद नहीं मिलने से सभी जिलों में किसान परेशान नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब अन्नदाता सड़कों पर उतरने की तैयारी में दिख रहा है. 

मध्य प्रदेश में खाद की समस्या

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिलों में खाद की समस्या से किसान परेशान हैं. गेहूं, चना और मसूर समेत दूसरी फसलों की बोवनी के लिए यूरिया और डीएपी खाद की जरुरत पड़ती है, लेकिन प्रदेश में खाद की किल्लत होने से किसान बोवनी के लिए परेशान हो रहे हैं. आलम यह है कि प्रदेश में डीएपी-यूरिया की कालाबाजारी की खबरें भी आ रही हैं. पिछले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश के कई जिलों में किसान खाद की समस्या को लेकर प्रदर्शन भी कर चुके हैं. जबकि अब किसानों ने सड़कों पर उतरने का मन बना लिया है. आज पूरे प्रदेश में किसान सभी जिलों में कलेक्टर के नाम सरकार को ज्ञापन सौंपकर विरोध जताएंगे और उसके बाद आगे विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनेगी. 

मध्य प्रदेश में किसान परेशान 

मध्य प्रदेश के किसान संगठनों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी कर ली है. क्योंकि यूरिया और डीएपी नहीं मिलने से फसलों की बुवाई नहीं हो पा रही है. किसानों का कहना है कि खाद वितरण केंद्रों पर किसानों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हैं, लेकिन खाद की समस्या की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में खाद की किल्लत को लेकर पूरे प्रदेश में किसान ज्ञापन सौंपेंगे प्रदेश के सभी जिलों में भारतीय किसान संघ कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपकर विरोध जताएंगे. मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, निवाड़ी, मुरैना, नर्मदापुरम, हरदा समेत कई जिलों में पिछले कुछ दिनों में किसानों ने खाद की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया है. 

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दरअसल, मध्य प्रदेश में रबी की फसलों की बुआई का समय चल रहा है. इस दौरान बीज में मिलाने के लिए DAP (डाई अमोनियम फॉस्फेट) खाद की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है. ऐसे में किसान सोसायटियों के साथ-साथ प्राइवेट दुकानों  से भी खाद खरीदते हैं, लेकिन प्राइवेट दुकानों से खाद खरीदने पर ज्यादा कीमत देनी पड़ रही है, जबकि सरकारी दुकानों पर खाद मिल नहीं रहा है, ऐसे में किसान परेशान हो रहे हैं. प्रदेश में डीएपी खाद की एक बोरी की कीमत 1350 रुपए है, लेकिन कालाबाजारी के चलते यही खाद 500 रुपए ज्यादा यानि 1850 रुपए में तक बिक रही है. 

मध्य प्रदेश में किसान संगठनों का कहना है कि वह आज प्रदेश के सभी जिलों में कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपकर खाद की समस्या को जल्द से जल्द खत्म करने की मांग करेंगे. इसके अलावा अगर इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह आने वाले समय में सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे. 

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