MP Tax Collection: इस साल इनकम टैक्स से सरकार को काफी फायदा पहुंचा है.मध्यप्रदेश में सर्वाधिक टैक्स कलेक्शन में 28% की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. आइए जानते हैं और सेक्टर के बारे में.
Trending Photos
MP Tax Collection: टैक्स के लिए अप्रैल का महीना काफी अहम माना जाता है. क्योंकि अप्रैल माह में ही टैक्स अदा किया जाता है. साल 2022- 2023 में टैक्स में सबसे ज्यादा कलेक्शन अनाज से मिली. अनाज के क्षेत्र में पिछले साल 94.57 करोड़ रुपए का जीएसटी एकत्र हुआ था, वहीं इस साल अप्रैल 2023 में 181 करोड़ रुपए का जीएसटी एकत्र हुआ है. इस साल अनाज के टैक्स में 91% की बढ़त दर्ज हुई है. टैक्स में बढ़त के साथ ही इसके निर्माण के क्षेत्र में प्रगति भी देखने को मिल रही है.
मध्यप्रदेश में कितना हुआ टैक्स कलेक्शन
बतौर राजस्व बात करें तो सरकार को इस साल 112 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई है. इसमें 84% की बढ़त हुई है. वहीं मध्यप्रदेश में जीएसटी संग्रहण की बात करें तो मप्र में टैक्स कलेक्शन में 28% की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. पिछले साल 3339 करोड़ रुपए मिले थे, इस साल अप्रैल में 4267 करोड़ का जीएसटी कलेक्शन हुआ जो 28% ज्यादा है
कौन से सेक्टर में कितनी बढ़त हुई?
यहां हम आपको प्रमुख सेक्टर के अप्रैल 2021 अप्रैल 2022 अप्रैल 2023 के एक साल में बढ़त के बारे में बताने जा रहे हैं.
सेक्टर | अप्रैल 2021 | अप्रैल 2022 | अप्रैल 2023 | बढ़त |
मिनरल फ्यूल और आयल के उत्पाद | 573.42 | 518.06 | 685.38 | 32.30% |
चूना, सीमेंट और मिनरल प्रोडक्ट्स | 384.40 | 328.80 | 439.57 | 33.69% |
ऑटोमोबाइल्स | 100.46 | 224.92 | 298.48 | 32.70% |
वित्तीय सेवाएं | 138.06 | 186.60 | 199.86 | 7.11% |
अनाज, धान्य | 69.55 | 94.57 | 181.08 | 91.48% |
निर्माण सेवाएं | 61.14 | 60.99 | 112.61 | 84.63% |
इलेक्ट्रिकल मशीनरी, इक्विपमेंट और पार्ट्स | 33.80 | 69.65 | 112.16 | 61.04% |
आर्म्स एंड एम्युनिशन सेक्टर में कितनी बढ़त हुई
टैक्स कलेक्शन में आर्म्स एंड एम्युनिशन सेक्टर में ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है. जहां पिछले साल 12 करोड़ जीएसटी मिला था. वहीं इस बार 91 करोड़ मिले हैं.आर्म्स एंड एम्युनिशन का ये आंकड़ा काफी चौंकाने वाला है. बता दें कि 91 करोड़ राजस्व में से लगभग 83 करोड़ का जीएसटी जबलपुर की एक कंपनी ने जमा किया है. इसके अलावा बचे 8 करोड़ रुपए पूरे प्रदेश से मिले हैं. जीएसटी आयुक्त लोकेश कुमार जाटव ने बताया कि, प्रदेश के राजस्व में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले सेक्टर मिनरल फ्यूल, ऑयल हैं, फिर चूना, सीमेंट और मिनरल प्रोडक्ट आते हैं। तीसरे स्थान पर ऑटोमोबाइल है.
यह भी पढ़ें: Aadhaar Card Verification: नकली आधार कार्ड के साथ किया जा सकता है फ्रॉड, ऐसे करें असली की पहचान