MP News: CM शिवराज ने स्वीकारे पटवारी भर्ती के आरोप! बताया कि कब तक नहीं होंगी नियुक्तियां
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1787212

MP News: CM शिवराज ने स्वीकारे पटवारी भर्ती के आरोप! बताया कि कब तक नहीं होंगी नियुक्तियां

Patwari recruitment exam: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की बात स्वीकार करते हुए जांच कराने और मामला सुलझने तक नियुक्ति नहीं करने की बात कही है.

 

Patwari recruitment exam

प्रमोद शर्मा/सिवनी: मध्यप्रदेश (MP News) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj) ने पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका को स्वीकार किया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पटवारी भर्ती फर्जीवाड़े के आरोपों को स्वीकार किया है. पटवारी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े यानी गड़बड़ी होने का संदेह. मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि जब तक पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी का संदेह खत्म नहीं हो जाता है, तब तक नियुक्तियां नहीं होंगी, जांच होगी और गड़बड़ी हुई तो गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई होगी. शिवराज सिंह चौहान ने पटवारी भर्ती में संदेह की बात स्वीकारी है.

MP News: MLA रामबाई के रिश्वत मामले में नया वीडियो! ठेकेदार ने अब इस पर लगाए आरोप

पटवारी परीक्षा को लेकर हुई सुनवाई 
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर कथित गड़बड़ी और घोटला को लेकर सियायत गर्म है.  इसी बीच पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर हाई कोर्ट में दायर याचिका में आज सुनवाई हुई. जिसमें याचिककर्ता के वकीलों की और से पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई. याचिका में कहा गया कि एक ही कॉलेज से आने वाले 7 टॉपर्स के रोल नंबर एक ही सीरिज के होने से गड़बड़ी की आशंका है. साथ ही सभी टॉपर्स के हिंदी में हस्ताक्षर गड़बड़ी की ओर इशारा,कर रहे हैं. 

बता दें कि मप्र हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में दायर जनहित याचिका की युगलपीठ के समक्ष सुनवाई हुई है. जहां रघुनंदन सिंह परमार ने याचिका दायर की है. गौरतलब है कि परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायतों के चलते सीएम ने नियुक्तियों पर भी रोक लगा दी है. वहीं, याचिकाकर्ता रघुनंदन सिंह परमार की ओर से पैरवी करने वाले वकील जीबी सिंह ने बताया कि हमने हमारी ओर से सारी दलीलें रखी हैं. वहीं, सरकार की ओर से शासकीय वकीलों ने सरकार का पक्ष रखा है और माननीय न्यायालय ने अपना निर्णय सुरक्षित रखा है. जो एक दो दिन में सभी के सामने होगा.

Trending news