MP Weather News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक बार फिर बारिश (Heavy Rain) ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. ज्यादातर इलाकों में ओलावृष्टि (Hailstorm) हुई, जिस कारण किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. मौसन विभाग की माने तो अगले 20 मार्च तक यही हाल बने रहेंगे. देखें फोटो...
बीती रात से आधे से ज्यादा मध्यप्रदेश में 'बेमौसम' बारिश का दौर जारी है. जिसके 20 मार्च तक रहने की आशंका है. इस समय प्रदेश में दो सिस्टम एक्टिव हैं, जिस कारण ओले भी गिर रहे हैं. कई शहरों में हवा की स्पीड 70Km प्रति घंटा से ऊपर पहुंच गई. शनिवार को भी भोपाल, इंदौर, उज्जैन और चंबल संभाग में जमकर बारिश हुई. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. अभी आगे भी ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की आशंका है.
खंडवा जिले के मूंदी कस्बे में ओलावृष्टि हुई. लगभग 4:00 बजे के आसपास चने के आकार ओले गिरे जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई. यह ओलावृष्टि लगभग 15 मिनट तक हुई. दोपहर में मौसम साफ था, शाम 4:00 बजे के आसपास अचानक मौसम ने करवट ली और हवा आंधी के साथ ओले गिरे.
बारिश , ओले , हवा की मार पन्ना जिले में भी पड़ी है. पन्ना जनपद के ग्राम सिलधारा, लौहराई, पहाड़ीखेरा, ब्राजपुर क्षेत्र में बेमौसम बारिश से गेंहू की फसल को नुकसान हुआ है. खेतो में कटाई शुरू है ऐसी स्थिति में बारिश और ओलो ने सूखी खड़ी फसल को गीला कर दिया है और दमचुआ क्षेत्र में हवा ने गेंहू को जमीन में बिछा दिया है.
मंदसौर में मौसम का मिजाज लगातार बिगड़ा हुआ है. आज भी जिले के सीतामऊ तहसील के दीपाखेड़ा, ऐरा ,धाकड़ पिपलिया और कयामपुर समेत कुछ इलाकों में ओले गिरे. जिले के कई क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई, बारिश और ओलावृष्टि की वजह से किसानों की फसलों को आंशिक नुकसान हुआ. हालांकि, कुछ इलाकों में सूरज खिला रहा.
निवाड़ी जिले में किसानों पर फिर प्रकृति की मार, खेतों में खड़ी फसल बारिश और ओलों से हुई खराब, बीती रात बारिश के साथ जमकर गिरे ओले, सबसे ज्यादा नुकसान पृथ्वीपुर तहसील के चंदपुरा गांव के किसानों का हुआ है. बेमौसम हुई बारिश से खेतों में खड़ी गेहूं और चने की फसल पर भी बारिश का बड़ा असर हुआ है, जिससे किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं.
भोपाल में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. तेज हवाओं के चलते गेहूं की फसलें खेतों में ही खराब हो गई हैं. किसानों का कहना है कि अब तक सर्वे नहीं हुआ ना ही जिम्मेदार अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे. किसानों ने बताया कि गेहूं की फसलें 80 से 90% तक खराब हो गई है. जबकि टमाटर, चना ,मसूर और सरसों की फसलों को भी नुकसान हुआ है.
बालाघाट के मौसम में आया अचानक बदलाव, तेज गरज और तूफान के साथ हुई जमकर बारिश, आम जन जीवन हुआ प्रभावित, गेहूं, चना और सरसों की फसलें खराब होने की आशंका, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें, खुले में रखी धान की बोरियां भीगी.
रायसेन जिले में बेमौसम हुई बारिश के चलते फसलों को नुकसान हुआ है. जिला कलेक्टर अरविंद दुबे ने कहा कि राजस्व अधिकारियों और पटवारियों का दल बनाकर सर्वे कराया जा रहा है. उसी अनुसार उसे मुआवजा राशि दिए जाने का कार्य किया जायेगा. प्रारंभिक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक बारिश और छोटे छोटे ओले गिरने से फसलों को नुकसान तो हुआ है.
हरदा जिले में बीती रात हुई बारिश के चलते टिमरनी रहटगांव क्षेत्र में किसानों की गेहूं एवं चने की फसल में नुकसान देखने को मिला, किसानों ने बताया कि इस समय जिले में गेहूं एवं चने की फसल पककर तैयार है ऐसी स्थिति में बारिश होने से उत्पादन होने वाला फसल का दाना खराब हो जाता है एवं गेंहू की चमक कम पड़ जाती है जिससे उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है.
धार जिले में कई स्थानों पर बादलों की तेज गडगडाहट के साथ बारिश का दौर आरंभ हुआ जो रुक रुक कर एक घंटे से अधिक समय तक चला. जिसमें करीब 20 मिनट तक अच्छी बारिश हुई और सड़कों से पानी तेजी से बह निकला. कई गांव में ओलावृष्टि हुई जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है.
अभी मध्य प्रदेश में जारी रहेगा बेमौसम बारिश का दौर, शहडोल संभाग के जिलो के साथ - साथ छतरपुर, टीकमगढ़, कटनी, बैतूल जिलों में गरज चमक के साथ ओलावृष्टि की संभावना, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलो के कुछ स्थानों पर हल्की से माध्यम बारिश के आसार, जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने की संभावना.
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