Right to Eat Campus of Bhopal: मध्य प्रदेश के राजधानी भोपाल के 18 कैंपसों को राइट टू ईट कैंपस घोषित किया गया है. ये सभी कैंपस FSSAI निरीक्षण में स्वच्छता, सफाई, हेल्दी खानपान के पैमाने पर खरे उतरें हैं.
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Right to Eat Campus of Bhopal: भोपाल। मध्य प्रदेश के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. राजधानी भोपाल से 18 कैंपसों को FSSAI ने राइट टू ईट कैंपस घोषित किया है. ये सभी कैंपस FSSAI निरीक्षण में स्वच्छता, सफाई, हेल्दी खानपान के पैमाने पर खरे उतरें हैं. इनका निरिक्षण गुणवत्ता सुधार नियम के तहत कई स्तर पर किया गया था. इन कैंपसों में रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थल और सरकार ऑफिसों के साथ, शिक्षण संस्थान भी शामिल हैं.
इन 18 कैंपसों का नाम सूची में शामिल
FSSAI ने राइट टू ईट सर्वें भोपाल के 18 कैंपस शामिल किए गए हैं. इसका अर्थ ये है की यहां कोई भी अच्छी हाइजीन का बेहतर और स्वादिष्ट खाना खा सकता है. क्यों की यहां भोजन देने वाली कैंटीन, कैफेटेरिया और किचन कई स्तरों से होकर इस मुकाम को हासिल कर पाए हैं.
धार्मिक स्थल
गुरुद्वारा गुरु नानक सर, हमीदिया रोड
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शिक्षण संस्थान
इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग टेक्नोलॉजी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस मैनेजमेंट, नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी
अस्पताल
हमीदिया हॉस्पिटल, एम्स भोपाल, जेपी हॉस्पिटल
सरकार विभाग और संस्थान
वाल्मी भोपाल, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, पीएचक्यू, मिंटो हॉल, नरोन्हा प्रशासन अकादमी
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अन्य स्थान
सातवीं बटालियन, भोजपुर क्लब, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कैंटीन, एलएचओ राजा भोज एयरपोर्ट, टीटी नगर स्टेडियम
दो स्टेशन पहले किया गया था घोषित
इससे पहले राजधानी भोपाल के के दो रेलवे स्टेशनों को राइट टू ईट घोषित घोषित किया गया था. इसमें दोनों मुख्य रेलवे स्टेशन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, भोपाल मुख्य रेलवे स्टेशन शामिल हैं.
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इस तरह दिया जाता है राइट टू ईट का तमगा
FSSAI देशभर के कैंपसों में खाने की गुणवत्ता की जांच करता रहता है. इसके लिए सर्वे कराए जाते हैं. इसमें कई स्तर होते हैं, जिनमें जांच के बाद कैंपसों को रेटिंग दी जाती है. इसके पीछे सरकार के उद्देश्य होता है कि वो कांपसों में खाने की क्वालिटी को बेहतर बनाने में मदद कर सके, जिससे वहां पहुंच रहे लोगों को बेहतर खाना और अच्छी हाइजीन मिल.