Ujjain Crime News: उज्जैन रेलवे स्टेशन (Ujjain Railway Station) पर बागपूरा की रहने वाली एक महिला ने अपने दो साल के बच्चे के साथ आई, वहां से कोई बदमाश एक मिनट में बच्चे को ले उड़ा. सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद एएसपी रेलवे राकेश ख़ाका ने टीम गठित कर तलाश शुरू कर दी है.
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Ujjain Kidnapping Case: उज्जैन रेलवे स्टेशन (Ujjain Railway Station) पर एक ऐसा मामला हुआ जो लोगों के लिए हैरानी का सबब बना हुआ है. बागपूरा की रहने वाली एक महिला ने अपने पति से लड़ाई करने के बाद अपने दो साल के मासूम के साथ उज्जैन रेलवे स्टेशन पर आई और यहां पर अपनी बड़ी मां के घर जाने के लिए ट्रेन का इंतजार करने लगी, लेकिन ट्रेन नहीं आई. सुबह जैसे ही महिला दूध की बॅाटल धोने के लिए गई और एक मिनट के अंदर लौट कर आई तो उसने देखा कि उसका बच्चा है ही नहीं.इसकी शिकायत लेकर वो GRP पुलिस (GRP Police) के पास गई लेकिन पुलिस ने महिला को ही दोषी ठहरा दिया. क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं.
23 दिसंबर का है पूरा मामला
ये पूरा मामला 23 दिसंबर को है. इसी दिन शहर के बागपूरा निवासी एक महिला अपने पति से रात में लड़ाई करने के बाद अपने दो साल के बच्चे के साथ उज्जैन रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई. उज्जैन रेलवे स्टेशन से वो अपनी बड़ी मां के घर जाने के लिए ट्रेन का इंतजार करती रही लेकिन अगले दिन सुबह 10:35 तक ट्रेन नहीं आई. महिला ने फिर अपने बच्चे को एक बेंच पर बैठा दी और खुद दूध की बॅाटल धोने चली गई और जब लौट कर वापस आई तो देखा बच्चा बेंच पर है ही नहीं. इसके बाद महिला जोर -जोर से चिल्लाने लगी. इसके बाद वो जीआरपी पुलिस थाने के पास पहुंची और अपनी आपबीती पुलिस को बताई लेकिन पुलिस ने महिला को डांटकर शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया. इसके बाद महिला रोते -चीखते हुए घर गई और सारी बात अपने पति को बताई. फिर पति ने रेलवे कर्मियों के माध्यम से रेलवे स्टेशन पर लगे कैमरे को देखा, जिससे ये जानकारी हासिल हुई की मासूम का अपहरण किया गया है.
GRP पुलिस की लापरवाही आई सामने
महिला के मुताबिक वारदात के तुरंत बाद ही उसने ये जानकारी GRP पुलिस के अधिकारियों को दी. लेकिन पुलिस अधिकारियों ने न तो महिला की बात सुनी न ही ऊपर से उसे डांट कर भगा दिया. सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद एएसपी रेलवे राकेश ख़ाका ने सक्रियता दिखाते हुए टीम गठित करके जांच में लगा दी है और पुलिस कर्मियों को हिदायत भी दे दी है की ऐसे मामले पर कोई भी लापरवाही न बरते. बता दें कि घटना 24 दिसंबर की थी लेकिन महिला ने आरोप लगाया कि 27-28 घंटे पुलिस ने लापरवाही दिखाई. फिलहाल बच्चे को खोजने के लिए पुलिस की टीम लग गई है और बच्चे की तलाश सीसीटीवी के जिए की जा रही है.