उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के लिए बन रहा महाकाल कॉरिडोर का पहला चरण पूरा हो गया है. अब इस बीच उज्जैन विकास की सबसे बड़ी संभावना पर्यटन क्षेत्र में है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर इसका काफी असर पड़ने वाला है.
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राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के लिए बन रहा महाकाल कॉरिडोर का पहला चरण पूरा हो गया है. 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण करेंगे. बता दें कि उज्जैन में स्थित महाकाल परिसर का विस्तार 20 हेक्टेयर में किया जा रहा है. माना जा रहा है कि कॉरिडोर विस्तार के बाद ये काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से चार गुना बड़ा हो जाएगा. अब इस बीच उज्जैन विकास की सबसे बड़ी संभावना पर्यटन क्षेत्र में है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर इसका काफी असर पड़ने वाला है.
बता दें कि सामान्य दिनों में 20-25 हजार श्रद्धालु-पर्यटक शहर आते हैं. लेकिन माना जा रहा है कि इस कॉरिडोर के बनने के बाद ये आंकड़ा बढ़कर 50 से 60 हजार रुपये से अधिक पहुंचेगा. जो उज्जैन के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है. अब महाकाल कॉरिडोर बनने के बाद एमपी की इकोनॉमी का कितना असर होगा, ये जानने के लिए ZeeMPCG के उज्जैन रिपोर्टर राहुल सिंह राठौड़ ने बात कि कलेक्टर आशीष सिंह से और जाना की आखिर सरकार इस पैसे की वसूल कैसे करेगी..
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इस रिलीजियस टूरिज्म से प्रदेश की इकोनॉमी में कितना फर्क पड़ेगा?
जवाब - जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि पर्यटन और इकोनॉमी की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट ये साबित होगा क्योंकि अब तक कई ऐसे पर्यटक थे, जो शहर से दूर इंदौर शहर में रुकते थे लेकिन इस प्रोजेक्ट के बाद पर्यटक यहां रुकेगा. जिससे इकोनॉमी ग्रोथ होगी और उसका असर प्रदेश की इकोनॉमी को मजबूत बनाएगा. इसका मुख्य कारण यह है कि यहां जो 30 करोड़ की लागत का हम लाइट एंड साउंड शो शुरू कर रहे है, उसको देखने व अन्य आर्थिक गतितविधि में शामिल होने लोग यहां दर्शन करने ही नहीं समय बिताने भी आएंगे.
देश का पहला नाइट गार्डन बना
बता दें कि महाकाल कॉरिडोर में देश का पहला नाइट गार्डन भी बनाया गया है. यहां भगवान शिव, शक्ति और अन्य धार्मिक घटनाओं से जुड़ी करीब 200 मूर्तियां स्थापित की गई हैं. यहां श्रद्धालु भगवान शिव से जुड़ीं कथाओं के बारे में जान सकेंगे. यहां सप्त ऋषि, नवग्रह मंडल, त्रिपुरासुर वध, कमल ताल में भगवान शिव की मूर्ति, शिव तांडव की विभिन्न भाग-भंगिमाओं की प्रतिमाएं और नंदी की विशाल प्रतिमा यहां दिखाई देंगी. मूर्तियों में क्यूआर कोड स्कैन करके उनके बारे में जान सकेंगे.
फिल्मों की शूटिंग और सितारों का आना जाना
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश को इस बार 68वें नेशनल फिल्म अवार्ड में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट'का अवार्ड दिया गया था. जो प्रदेश के लिए बड़ी थी. इसके अलावा पिछले कई महीनों में उज्जैन में कई बड़ी फिल्म की शूटिंग भी की जा रही है. जो मध्यप्रदेश की इकोनॉमी के लिए और पर्यटन के लिहाज से भी सुखद संकेत है.