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नर्मदापुरम में महाकुंभ जैसा नजारा, श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में लगाई आस्था की डुबकी

मेले का शुभारंभ

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मेले का शुभारंभ

नर्मदापुरम स्थित संत शिरोमणि श्री राम जी बाबा समाधि पर माघ पूर्णिमा से मेले का शुभारंभ होता है. नर्मदाअंचल में रामजी बाबा समाधि श्रद्धालुओं की विशेष आस्था का केंद्र है और इसीलिए माघ पूर्णिमा पर समाधि पर निशान चढ़ाकर मेले का शुभारंभ किया जाता है. 

300 साल पुरानी परंपरा

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300 साल पुरानी परंपरा

करीब 300 वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है. पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने नर्मदा स्नान कर रामदेव समाधि पर मत्था टेक कर रामजी बाबा से अपनी और क्षेत्र की खुशहाली की कामना की.

विशेष महत्व

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विशेष महत्व

माघ पूर्णिमा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है और इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान, और पूजा का विशेष महत्व है. इस वर्ष, माघ पूर्णिमा 12 फरवरी 2025 को मनाई जा रही है. 

आयोजन

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आयोजन

नर्मदापुरम (पूर्व में होशंगाबाद) मध्य प्रदेश में स्थित है, जो नर्मदा नदी के किनारे बसा हुआ है. यहां माघ पूर्णिमा के अवसर पर विशेष धार्मिक आयोजन होते हैं. श्रद्धालु नर्मदा नदी में स्नान करते हैं, दान करते हैं, और पूजा-अर्चना करते हैं.

भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी

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भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी

इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. 

 

आध्यात्मिक महत्व

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आध्यात्मिक महत्व

माघ पूर्णिमा पर नर्मदा नदी में स्नान करने से व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है. यह दिन विशेष रूप से धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है.