MP के आदिवासी खाते हैं ये 6 यूनिक फल, अचार से लेकर जूस तक जो चाहें बना लें

Zee News Desk
Feb 07, 2025

एमपी में आदिवासी

एमपी में देश की ज्यादातर आदिवासी जनजाति रहती है, जिनका खानपाल, रहन सहन काफी अलग होता है.

जीवन जीने का तरीका

आदिवासियों का जीवन जीने का तरीका काफी सरल और सिंपल होता है.

संस्कृति और सभ्यता

उनके खान-पान और जीवन शैली से उनकी संस्कृति और सभ्यता झलकती है. प्रकृति से उनका जुड़ाव दिखता है

खानपान में अंतर

आदिवासी वैसे तो भीड़-भाड़ वाले इलाकों से दूर ही रहते है जिसकी वजह से इनके खानपान में भी अंतर आता है.

यूनीक फल

एमपी में रह रहे आदिवासी कुछ यूनीक फलों का सेवन करते है जिसके बारे में शायद ही आपने सुना होगा.

बेल

बेल के गूदे से शरबत बनाया जाता है जिसे गर्मियों में विशेष तौर पर पिया जाता है. इसे वुड एप्पल भी बोलते हैं.

करौंदा

एमपी की भील जनजाती करौंदे का आचार बना कर खाती है, लेकिन इसे ताजा भी खाया जाता है.

तेंदु

इस फल का स्वाद तीखा और मीठा दोनों होता है. इसे शायद आप भारतीय खु़रमा के नाम से जानते होंगे.

महुआ

इसे कच्चा या सुखा कर खा सकते है, ज्यादातर स्वीटनकर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.

खिरनी

एमपी की कोरकू जनजाती इस फल को नाश्ते के रूप में खाती है. इस फल से होने वाले फायदों से उनका शरीर फिट रहता है.

बेर

बेर का नाम तो आप जानते होंगे, महाशिवरात्री पर महादेव को अर्पित किया जाता है. बेर को ताजा या सुखाकर खाया जाता है.

VIEW ALL

Read Next Story