शाहजहां की बेगम और बेटी को कितनी मिलती थी 'पॉकेटमनी'? रकम जान हो जाएंगे हैरान!
Advertisement
trendingNow11649207

शाहजहां की बेगम और बेटी को कितनी मिलती थी 'पॉकेटमनी'? रकम जान हो जाएंगे हैरान!

शाहजहां ने ये ऐलान किया था कि उनकी बेगम यानी जहांआरा की मां को मुमताज महल के नाम से जाना जाएगा और उन्हें सालाना 10 लाख रुपये का वजीफा (एक प्रकार का पॉकेट मनी) दिया जाएगा. साथ ही शाहजहां ने बेगम नूरजहां के लिए 2 लाख रुपये सालाना वजीफे का ऐलान किया था.

शाहजहां की बेगम और बेटी को कितनी मिलती थी 'पॉकेटमनी'? रकम जान हो जाएंगे हैरान!

मुगल काल में हरम में महिलाओं के साथ होने वाली ज्यादतियों की कहानियां काफी चर्चित रही हैं. मुगल काल की शासन-व्यवस्था पर बातचीत के दौरान अकसर ये बात होती है कि हरम में महिलाओं की जिंदगी बदतर हुआ करती थी. दरअसल, हरम को बादशाह के अय्याश का ठिकाना माना जाता था. लेकिन क्या आपको पता है कि उस समय बादशाह अपनी बेगमों और बेटियों को वजीफे के तौर पर अरबों रुपये का वेतन दिया करते थे.

शाहजहां की सबसे बड़ी बेटी जहांआरा ने अपनी डायरी में बादशाह (शाहजहां) से मिलने वाले वजीफे का जिक्र किया है. जहांआरा ने बताया है कि शाहजहां अपनी बेगम यानी उनकी मां मुमताज महल को वजीफे (पॉकेट मनी) तौर पर 10 लाख रुपये सालाना दिया करते थे. अब सवाल उठता है कि आज के समय में ये रकम कितनी हो सकती है. 

बेगम को सालाना 600 करोड़ रुपये का वजीफा! 

बेगम को सालाना मिलने वाले 10 लाख रुपये की कीमत को समझने का एक तरीका ये है कि उस समय एक किलो सोने की कीमत 1000 रुपये हुआ करती थी जिसके लिए आज के समय में करीब 60 लाख रुपये चुकाने पड़ेंगे. यानी उस समय के 1000 रुपये की कीमत आज के 60 लाख रुपयों के बारबर हो सकती है. ऐसे में मुमताज महल को मिलने वाले सालाना 10 लाख रुपये आज के समय में करीब 6,00,00,00,000 रुपये हो सकते हैं.

शाहजहां की बेटी जहांआरा ने अपनी डायरी में लिखा है कि उनके पिता शाहजहां ने ये ऐलान किया था कि उनकी बेगम यानी जहांआरा की मां को मुमताज महल के नाम से जाना जाएगा और उन्हें सालाना 10 लाख रुपये का वजीफा दिया जाएगा. साथ ही शाहजहां ने बेगम नूरजहां के लिए 2 लाख रुपये सालाना वजीफे का ऐलान किया था.

14 साल की जहांआरा को मिलते थे सालाना 6 लाख रुपये

जहांआरा अपनी डायरी में बताती हैं कि जब उनकी उम्र 14 वर्ष थी तभी पिता शाहजहां ने उनके लिए सालाना 6 लाख रुपये के वजीफे का ऐलान कर दिया था. ऐसे में उन्हें मुगल काल ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की सबसे अमीर शहजादी माना गया. यानी वो अपने समय की दुनिया की सबसे अमीर महिला थीं.

शाहजहां जब बादशाह बने तो उन्होंने बेटी जहांआरा को 4 लाख रुपये दिए थे और साथ ही एक लाख अशर्फियां भी दी थीं. यही नहीं, जहांआरा की मां की मौत के बाद बादशाह पिता ने उनकी संपत्ति में से आधा हिस्सा जहांआरा को सौंप दिया और आधे हिस्से को बाकी के बच्चों में बांट दिया था.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले ताज़ा ख़बर अभी पढ़ें सिर्फ़ Zee News Hindi पर| आज की ताजा ख़बर, लाइव न्यूज अपडेट, सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Zee News हिंदी|

 

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news