PM Modi in Hiroshima: जब पीएम नरेंद्र मोदी से यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध में मध्यस्थ की भूमिका निभाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जंग को लेकर भारत का स्टैंड बेहद तटस्थ और स्पष्ट रहा है. उन्होंने कहा कि हम शांति के पक्ष में खड़े थे और खड़े रहेंगे.
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PM Modi in Japan: जी-7 बैठक में हिस्सा लेने पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जापान के हिरोशिमा पहुंचे. हिरोशिमा वही शहर है, जहां अमेरिका ने परमाणु बम गिराया था. पीएम मोदी ने कहा कि सम्मान और संप्रभुता की रक्षा के लिए भारत पूरी तरह से प्रतिबद्ध और तैयार है. जापान के हिरोशिमा में 19 से 21 मई तक जी-7 शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है. इस सम्मेलन में पीएम मोदी आतंकवाद, ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य और फर्टिलाइजर पर चर्चा कर सकते हैं.
लेकिन इससे पहले निक्केई एशिया को दिए एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने एलएसी पर चीन से चल रहे तनाव समेत कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि चीन के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए बॉर्डर इलाकों में शांति बेहद अहम है. उन्होंने कहा कि यह एक-दूसरे के प्रति सम्मान और आपसी हितों के जरिए ही मुमकिन है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार होने से सिर्फ क्षेत्र को ही नहीं पूरी दुनिया को फायदा होगा.
'पड़ोसियों से चाहते हैं बेहतर रिश्ते'
पीएम मोदी ने आगे कहा कि अपने पड़ोसी देशों से भारत बेहतर रिश्ते चाहता है. अब आतंक और दुश्मनी मुक्त माहौल तैयार करना उन देशों की जिम्मेदारी है. इस दिशा में जरूरी पहल करने का दारोमदार पाकिस्तान पर है.
जब पीएम नरेंद्र मोदी से यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध में मध्यस्थ की भूमिका निभाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जंग को लेकर भारत का स्टैंड बेहद तटस्थ और स्पष्ट रहा है. उन्होंने कहा कि हम शांति के पक्ष में खड़े थे और खड़े रहेंगे. जरूरतमंदों की मदद करेंगे और यूक्रेन-रूस दोनों के साथ बातचीत जारी रहेगी.
जब पीएम मोदी से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को UNSC का स्थायी सदस्य बनने से वंचित रखा गया तो हम
इस संस्था के निर्णय लेने की प्रक्रिया और उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहेंगे.
जापान है जी-7 का मौजूदा अध्यक्ष
जापान इस वक्त जी-7 ग्रुप का मौजूदा अध्यक्ष है और वह इसकी मेजबानी भी कर रहा है. कनाडा, जापान, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देश इसके सदस्य हैं. वहीं अतिथि देश के तौर पर भारत को न्योता दिया गया है. बता दें कि 20 और 21 मई को होने वाले दो औपचारिक सत्रों में भारत शरीक हो सकता है. पीएम मोदी शनिवार को जापान, कोरिया, वियतनाम, फ्रांस, यूक्रेन, वर्किंग सेशन 7 और क्वॉड समिट के साथ वार्ता में शरीक होंगे.
इतना ही नहीं, जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले नेताओं के साथ भी पीएम मोदी बैठकें कर सकते हैं.पीएम ने रवाना होने से पहले कहा थआ कि जी20 के अध्यक्ष देश के तौर पर जी-7 में उनकी मौजूदगी बेहद अहम है. बता दें कि जापान के बाद पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी का दौरा करेंगे. 22 मई को वह फोरम फॉर इंडिया पैसिफिक आइलैंड्स कॉरपोरेशन (FIPIC) के तीसरे सम्मेलन की वहां के पीएम जेम्स मरापे के साथ संयुक्त मेजबानी करेंगे.