Rahul Gandhi: संविधान दिवस की वर्षगाठ के मौके पर आयोजित हुए प्रोग्राम में एक बार फिर राहुल गांधी का माइक बंद हो गया. माइक बंद होने उन्होंने कहा कि जितने भी माइक बंद कर लो, मैं बोलता रहूंगा. उन्होंने आगे कहा कि जो भी दलितो, पिछड़े, आदिवासियों की आवाज उठाता है उसका माइक बंद कर दिया जाता है.
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Rahul Gandhi Mic: संविधान दिवस की 75वीं सालगिरह के मौके पर आयोजित किए गए प्रोग्राम में माइक बंद होने पर लोकसभा ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी राहुल गांधी ने कहा कि जो भी आदिवासी, दलितों और पिछड़े वर्गों की बात करता है तो उसका माइक बंद कर दिया जाता है. तालकटोरा स्टेडियम में अपने भाषण के दौरान बिजली कट जाने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा,'इस देश में पिछले 3000 सालों से जो भी दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, गरीबों की बात करता है, उसका माइक बंद कर दिया जाता है. जब माइक बंद हुआ, तो बहुत से लोग आए और मुझसे कहा कि जाकर बैठ जाओ. मैंने कहा कि मैं बैठूंगा नहीं, मैं खड़ा रहूंगा. जितना चाहो माइक बंद कर लो, मैं जो बोलना चाहता हूं बोलूंगा. यहां पीछे रोहित वेमुला की फोटो है, वह बोलना चाहता था लेकिन उसकी आवाज छीन ली गई.'
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्गों के सामने खड़ी दीवार को मजबूत करने का आरोप लगाया और यह भी कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली UPA की सरकार के समय इस दीवार को कमजोर करने काम जितनी मजबूती से होना था, वो नहीं हो पाया. कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों की ओर से आयोजित ‘संविधान रक्षक अभियान’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस चाहे कुछ भी कर लें, देश में जाति जनगणना और आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा तोड़ने का काम होकर रहेगा.
देश में जो भी आदिवासियों, दलितों और गरीबों की बात करता है, उसका माइक ऑफ हो जाता है।
लेकिन..
जितना चाहे माइक ऑफ कर लो, मुझे बोलने से कोई नहीं रोक सकता।
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi
नई दिल्ली pic.twitter.com/sYNp4CPA0E
— Congress (@INCIndia) November 26, 2024
इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस बात की गारंटी दे सकता हूं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान को नहीं पढ़ा है, क्योंकि अगर उन्होंने पढ़ा होता तो वह वो काम नहीं करते जो रोजाना करते हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा,'आपके (एससी, एसटी, ओबीसी के) सामने दीवार खड़ी है, आप इस बात को समझते हैं. इस दीवार को नरेन्द्र मोदी और आरएसएस मजबूत करते जा रहे हैं.' राहुल गांधी के मुताबिक,'20 साल से देख रहा हूं. 24 घंटे आपको बताया जाता है कि आपको जगह मिलेगी, लेकिन नहीं...धीरे-धीरे दीवार मजबूत होती है.'
राहुल गांधी ने आगे कहा,'संप्रग की सरकार ने मनरेगा दिया, जमीन का अधिकार दिया, भोजन का अधिकार दिया, वो दीवार को कमजोर करने के तरीके थे. आज मैं कह सकता हूं कि जिस तरह से दीवार को कमजोर करना था, हमने नहीं किया, जिस मजबूती से उस दीवार को कमजोर करने काम करना था, हमने नहीं किया, संप्रग सरकार ने नहीं किया.' राहुल गांधी का कहना था,'हम दीवार को तोड़ने की कोशिश करते थे, लेकिन ये (भाजपा) दीवार में सीमेंट डाल रहे हैं, कंक्रीट डाल रहे हैं. इस दीवार को जाति जनगणना के ज़रिये तोड़ा जा सकता है. राहुल गांधी ने दावा किया कि आम लोगों की जेब से पैसा निकालकर कुछ उद्योगपतियों को दिया जा रहा है.'