Summer Special Trains: रेल मंत्रालय ने बताया कि बीते वर्ष की तुलना में इस साल ग्रीष्मकालीन विशेष ट्रेनें 1,770 अधिक फेरे लगा रही हैं. पिछले साल 348 विशेष ट्रेनों ने 4,599 फेरे लगाये थे
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Indian Railways: गर्मियों के मौसम में यात्रियों के ज्यादा संख्या को देखते हुए भारतीय रेलवे ने यात्रा को सुगम बनाने के लिए विशेष प्रवंध किए हैं. रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी दी कि इस साल गर्मियों के मौसम में पटना, नई दिल्ली, विशाखापत्तनम और मुंबई जैसे प्रमुख गंतव्यों के लिए 380 विशेष ट्रेनें 6,369 फेरे लगाएंगी.
मंत्रालय ने बताया कि बीते वर्ष की तुलना में इस साल ग्रीष्मकालीन विशेष ट्रेनें 1,770 अधिक फेरे लगा रही हैं. पिछले साल 348 विशेष ट्रेनों ने 4,599 फेरे लगाये थे. गौरतलब है कि गर्मियों में स्कूलों की छुट्टियां होने की वजह से बड़ी संख्या में लोग परिवार के साथ घूमना पसंद करते हैं जिसके चलते ट्रेनों में भारी भीड़ देखने को मिलती है.
प्रत्येक ट्रेन लगाएगी औसतन 16.8 फेरे
मंत्रालय ने कहा कि पिछली गर्मियों के दौरान जहां प्रत्येक ट्रेन ने औसतन 13.2 फेरे लगाये थे, वहीं इस साल यह आंकड़ा 16.8 रहेगा.
इन रूट पर चलेंगी विशेष ट्रेनें
इस वर्ष जिन प्रमुख मार्गों पर यह विशेष ट्रेनें परिचालित की जाएंगी, उनमें पटना-सिकंदराबाद, पटना-यशवंतपुर, बरौनी-मुजफ्फरपुर, दिल्ली-पटना, नई दिल्ली-कटरा, चंडीगढ़-गोरखपुर, आनंद विहार-पटना, विशाखापत्तनम-पुरी-हावड़ा, मुंबई-पटना और मुंबई-गोरखपुर शामिल हैं.
कुल मिलाकर, 6,369 फेरे लगाने वाली इन 380 विशेष ट्रेनों में 25,794 सामान्य डिब्बे और 55,243 शयनयान श्रेणी के डिब्बे हैं.
रेल मंत्रालय ने 238 वंदे भारत मेट्रो ‘रैक’ की खरीद को मंजूरी दी
इस बीच रेलवे बोर्ड ने मुंबई के लिए 238 वंदे भारत मेट्रो ट्रेन ‘रैक’ की खरीद को शुक्रवार को मंजूरी दे दी. मुंबई रेलवे विकास निगम (एमआरवीसी) के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी है.
अधिकारियों ने बताया कि ये ‘रैक’ महत्वाकांक्षी मुंबई शहरी परिवहन परियोजना-III (एमयूटीपी-III) और 3A (एमयूटीपी-3A) के तहत खरीदे जाएंगे, जो कि रेल मंत्रालय और महाराष्ट्र सरकार द्वारा महानगर के उपनगरीय ट्रेन नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने के लिए संचालित की जा रही हैं.
एमआरवीसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘केंद्र सरकार के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार विकास केंद्र के मेक इन इंडिया दिशानिर्देशों को सुनिश्चित करते हुए प्रौद्योगिकी भागीदार के द्वारा इन ट्रेनों का निर्माण किया जाएगा.”