राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र मालाखेड़ा रोड स्थित कोड़ा के कुआं के पास सुबह सुबह सड़क किनारे झाड़ियों में मिली व्यापारी दिनेश शर्मा की लाश के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी.
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Alwar News : राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र मालाखेड़ा रोड स्थित कोड़ा के कुआं के पास सुबह सुबह सड़क किनारे झाड़ियों में मिली व्यापारी दिनेश शर्मा की लाश के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी.
गांव में खबर फैलते ही ग्रामीण और परिजनों ने मौके पर पहुंच कर हंगामा किया और शव को सड़क पर रख कर आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही मृतक परिवार को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता की मांग की गई , दिनभर चले प्रदर्शन के बाद देर शाम हुए समझौते के बाद शव का अंतिम संस्कार हुआ.
जानकारी के अनुसार दिनेश कुमार शर्मा की ऑटो पार्ट्स की दुकान है. वो रोजाना की तरह दुकान बंद कर घर पहुंचा. उसके बाद किसी का फोन आया और वो चला गया , देर रात दिनेश के घर नहीं आने पर परिजनों ने फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठा ,परिजनों ने सोचा कहीं शादी में चला गया होगा. जिसके चलते फोन नहीं उठाया होगा ,लेकिन दिनेश सुबह तक भी घर नहीं आया.
वही लक्ष्मणगढ़ मालाखेड़ा रोड़ पर सुबह घूमने निकले कुछ लोगों ने झाड़ियों में एक लाश पड़ी देखी. लोगों ने मृतक की पहचान कर उसके घरवालों को इसकी जानकारी दी. घटना आग की तरह क्षेत्र में फैल गयी. मौके पर भारी भीड़ ने जमा होकर प्रदर्शन किया.
घटना की जानकारी मिलते ही डीएसपी राजेश शर्मा, एसडीएम सुभाष यादव सहित थाना अधिकारी अवतार सिंह मौके पर पहुंचे , लेकिन आक्रोशित लोगों ने शव को नहीं उठाने दिया.
लोगों का मानना है कि दिनेश की हत्या की गई है , उसके शरीर पर और सर पर चोट के निशान थे. उसके गले की रुद्राक्ष की माला टूटी हुई थी.
ग्रामीणों का करीब दस घण्टे तक सड़क पर प्रदर्शन चला. सैकड़ो की संख्या में लोगों ने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया ,दोनों तरफ लंबा जाम देखा गया , अधिकारी समझाइश करते नजर आए.
इस दौरान पूरे बाजार बंद रहे और परशुराम जयंती पर आयोजित होने वाले सारे कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए. मृतक के भाई राजेन्द्र ने बताया पीड़ित परिवार के साथ न्याय होना चाहिए और हत्या का खुलासा होना चाहिए. साथ ही पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के साथ सरकारी नौकरी भी मिलनी चाहिए.
इधर पुलिस ने मौके पर एफएसएल , डॉग स्क्वायड टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए हैं. देर शाम सरकारी नियमानुसार आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सविंदकर्मी की नौकरी दिए जाने पर सहमति हुई और शव का दाहसंस्कार कराया गया .