बांसवाड़ा के मांडल में तकनीकी अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही के कारण पानी के भराव के लेवल की तर्ज पर पानी को नाले में जाने के लिए लगायें गए पाइप उचित लेवल में नहीं लगाए गए है, जिस कारण गंदा पानी नाले के माध्यम से निकल नहीं पा रहा है और कॉलोनी वासियों की समस्या इतनी बड़ी लागत से नाले निर्माण के बावजूद जस की तस बनी हुई है.
Trending Photos
Mandal, Bhilwara News: यूं तो कस्बा स्थानीय विधायक और राजस्व मंत्री जी के कार्यालय में खूब विकास कर रहा है पर जहां मंत्री जी का सबसे अधिक सुधार के लिए ध्यान केंद्रित है, वहीं के आस- पास की कॉलोनी वासियों का आजकल जीना दूभर हो रखा है.
जी हां, बात मांडल के निर्माणाधीन खेल मैदान के चारों तरफ बसी कॉलोनी वासियों की बात की जा रही है, जहां यूआईटी द्वारा खेल मैदान के निर्माण के दौरान बाधित हुए गंदे पानी की निकासी रुक गई और जिसे सुचारू करने के लिए मंत्री रामलाल जाट ने एक नाले के निर्माण के लिए यूआईटी को कार्य सौंपा था.
यह भी पढे़ं- पत्नी ने ब्लेड से काट दिया पति का गुप्तांग, बोली- नामर्द साबित करके करूंगी यह काम
तकनीकी अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही के कारण पानी के भराव के लेवल की तर्ज पर पानी को नाले में जाने के लिए लगायें गए पाइप उचित लेवल में नहीं लगाए गए है, जिस कारण गंदा पानी नाले के माध्यम से निकल नहीं पा रहा है और कॉलोनी वासियों की समस्या इतनी बड़ी लागत से नाले निर्माण के बावजूद जस की तस बनी हुई है.
यह भी पढे़ं- पॉलीथीन में ऐसे कर रहे थे बच्चा चोरी, लोगों ने देखा तो लात-घूंसों से कर दिया अधमरा
कॉलोनी वासी संपत पुरोहित और मदीना ने बताया कि इस समस्या के निवारण के लिए कई बार उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया किंतु किसी के कान में जूं तक नही रेंगी है. इस कारण समस्या यथावत है.
उन्होंने बताया कि सालभर तक ये गंदा पानी ऐसी ही स्थिति में उनके घरों के चारों तरफ भरा का भरा रहता है, जिससे उन्हें कई बीमारियों का खतरा बना रहता है. गंदे पानी की गंध से उनका जीना दुश्वार हो रखा है. मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों के अलावा उन्हें चर्म रोगों की भी शिकायतें सताने लगी है.
Reporter- Dilshad Khan