क्या बाकी विधायक भी गले में लटकाएंगे खत्म हुए जिलों का नाम ?
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क्या बाकी विधायक भी गले में लटकाएंगे खत्म हुए जिलों का नाम ?

Rajasthan Budget Session 2025 : राजस्थान की भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के चुनावों से ठीक पहले घोषित नए जिलों में से 9 जिलों और 3 संभागों को निरस्त कर दिया था. लेकिन सलूंबर , फलौदी, खैरथल-तिजारा, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना, डीग, ब्यावर और बालोतरा बच गए. जिसके पीछे की वजह इन इलाकों में पार्टी का जनाधार रहा.

Rajasthan Budget Session 2025 Poster politics on 9 abolished districts Bhajanlal government headache

Rajasthan Budget Session 2025 : राजस्थान की भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के चुनावों से ठीक पहले घोषित नए जिलों में से 9 जिलों और 3 संभागों को निरस्त कर दिया था. लेकिन सलूंबर , फलौदी, खैरथल-तिजारा, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना, डीग, ब्यावर और बालोतरा बच गए. जिसके पीछे की वजह इन इलाकों में पार्टी का जनाधार रहा. 
 

उधर लंबे वक्त से संभाग मुख्यालय की मांग कर रहा, सीकर और नीमकाथाना का दर्जा छिना गया. कुछ इसी तरह बांसवाड़ा में पार्टी की कमजोर स्थिति संभाग मुख्यालय का टैग नहीं दे पायी. बिल्कुल ये ही स्थिति अनूपगढ़ और सांचौर के साथ रही. इधर मुख्यमंत्री भजनलाल,  खुद भरतपुर से आते हैं, इसलिए डीग को जिले का टैग मिल गया. तिजारा के साथ ही खैरथल और ब्यावर में बीजेपी मजबूत मानी जाती है, इसलिए यहां कोई बदलाव नहीं दिखा. डीडवाना भी अपनी साख को बनाए रखने के लिए जिला बना रहने दिया गया.

 

पोस्टर गले में लटकाए सदन पहुंचे विधायक सुरेश मोदी, कहा- मैं कांग्रेस का मोदी, नीमकाथाना को जिला बनाओ

 

सरकार की तरफ से ये दलील दी गयी की वित्तीय संकट के चलते इतने ज्यादा नए जिलों का संचालन संभव नहीं था. लेकिन जिन 9 जिलों का दर्जा छीना गया. वहां के लोग और कांग्रेस इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं. ऐसे में विरोध के नए-नए तरीके देखने को मिल रहे हैं.

जिसमें से एक , आज विधानसभा के बजट सत्र के दौरान नीमकाथाना को दुबारा जिला बनाने की मांग को लेकर, पोस्टर लेकर सदन पहुंचे विधायक सुरेश मोदी का विरोध करने का तरीका रहा. नीमकाथाना के लोगों ने बाजार बंद कर और चक्का जाम कर अपना विरोध पहले ही जता दिया है, जबकि मामला कोर्ट में पहुंच चुका है.

इधर शाहपुरा में नेशनल हाइवे पर महापड़ाव समेत, आने वाले चुनावों का बहिष्कार तक करने की चेतावनी दी गयी है. केकड़ी के लोगों ने भी रैली निकाली. मारवाड़ और ढूंढाड़ के साथ ही अनूपगढ़ में भी विरोध प्रदर्शन लगातार जारी हैं. कुल मिलाकर फिलहाल विधानसभा का बजट सत्र और फिर आने वाले निकाय और पंचायत चुनावों में भजनलाल सरकार के लिए ये 9 जिले सिरदर्द बन सकते है. 

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