NASA Mars Mission : NASA ने सेक्स को रोकने के लिए बनाया खास प्‍लान! लाल ग्रह पर केवल भेजेगा महिला एस्ट्रोनॉट
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NASA Mars Mission : NASA ने सेक्स को रोकने के लिए बनाया खास प्‍लान! लाल ग्रह पर केवल भेजेगा महिला एस्ट्रोनॉट

First Female Astronauts Red Planet : अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा मंगल ग्रह पर सिर्फ महिला एस्ट्रोनॉट के दल को भेज सकती है.  

NASA Mars Mission : NASA ने सेक्स को रोकने के लिए  बनाया खास प्‍लान! लाल ग्रह पर केवल भेजेगा महिला एस्ट्रोनॉट

First Female Astronauts Red Planet : 53 साल साल पहले इंसान  ने पहली बार चंद्रमा पर कदम रखा था. जिसके बाद से वैज्ञानिकों और स्पेस एजेंसियों के जरिए आज हम स्पेस के बारे में बहुत कुछ जानते हैं. लेकिन इंसान को किसी दूसरे ग्रह पर कदम रखे कई दशक बीत गए. 

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हाल ही में आर्टेमिस मिशन जिसका लक्षय है एक बार फिर से इमसान को दुबारा चांद की सतह पर भेजना . जिसकी तैयारी अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा  जोर शोर के साथ कर रही है लेकिन  बात यहां केवल चंद्रमा के रहस्यों को उजागर करने तक ही सिमित नहीं रह गई है बल्कि अब वैज्ञानिक इसका भी ऑप्शन तलाश रहे है. 

इसी तलाश को लेते हुए मशीनी रूप से इंसानों से मंगल ग्रह पर भी कदम रख दिए हैं और अब वह दिन दूर नहीं जब इंसान लाल ग्रह पर भी कदम रखेगा. लेकिन इसमें दिलचस्प बात यह है कि नासा चाहती है उसके मिशन मंगल में सिर्फ महिलाएं शामिल हों . जिसके बारे में नासा ने 2020 में ही बताया था कि वह अपने अआर्टेमिस मिशन के तहत चंद्रमा की सतह पर पहली महिला को ले जाएगा. जिसकी तैयारी वह पूरी तरह जुट गया है. एजेंसी की मानें तो उसका स्‍पेस कार्यक्रम आर्टेमिस, उसके मंगल (Mars) मिशन में बेहद अहम भूमिका निभाएगा. 

गौरतलब है कि नासा की इस घोषणी के बाद अंतरिक्ष में महिलाओं की उपस्थिति सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन तक ही सीमित है. आर्टेमिस मिशन से पहले मंगल पर जाना इंसान के लिए जाना एक सपने जैसा था लेकिन आज यह सपना हकीकत की तरफ बढ़ता दिख रहा है. इंसानों के मिशन मंगल की उल्टी गिनती अब शुरू हो चुकी है. ऐसे में एक बार फिर यह सवाल सुर्खियों में है कि इसके चालक दल में कौन-कौन शामिल होगा.

डेढ़ साल तक नहीं बना सकते यौन संबंध
बात 2017 की है एक कान्फ्रेंस में  ब्रिटिश अंतरिक्ष यात्री हेलन शरमन ने दावा किया था कि नासा ने एक रिपोर्ट फाइल की है जो चेतावनी देती है कि लाल ग्रह की डेढ़ साल लंबी यात्रा के दौरान महिला और पुरुष अंतरिक्ष यात्री उत्तेजित हो सकते हैं. यह रिपोर्ट दावा करती है कि सभी महिलाओं वाला चालक दल सबसे अच्छा विकल्प होगा क्योंकि महिलाएं एक टीम के तौर पर बेहतर काम करती हैं. वे पुरुषों की तुलना में टीम का लीडर बनने के लिए कम लड़ती हैं. शरमन उस रिपोर्ट को अपनी आंखों से देखा तो नहीं था लेकिन उन्होंने कहा कि इसे 'कुछ साल पहले' फाइल किया गया था.

सिर्फ महिलाओं को भेजने का सबसे बड़ा कारण
शरमन ने कहा कि मैंने कुछ साल पहले सुना था कि इस तरह की कोई रिपोर्ट है. नासा ने इसे कभी जारी नहीं किया लेकिन उनका मानना था कि चालक दल, सिर्फ पुरुषों या सिर्फ महिलाओं वाला होना चाहिए. मंगल ग्रह की यात्रा करने में करीब 1.5 साल का वक्त लग सकता है. इस दौरान अंतरिक्ष यात्री हाई रेडिएशन के संपर्क में आएंगे. ऐसे में अगर दो अंतरिक्ष यात्री उत्तेजित हुए और महिला गर्भवती हो गई तो बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह ज्ञात नहीं है.

क्या है नासा की पॉलिसी
गौरतलब है कि  नासा  पहले से ही अपने अंतरिक्ष यात्रा के लिए विवाहित जोड़ों के जाने पर प्रतिबंध लगा रखा है. सभी प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसियों ने अंतरिक्ष में सहयोगियों को एक-दूसरे से दूर रहने के लिए हमेशा से कहा है. ऐसे में अंतरिक्ष में सेक्स के कोई सबूत नहीं हैं. तो अब यह जानना दिलचस्प होगा की क्या वाकई में नासा अंतरिक्ष में सेक्स  पॉलिसी पर टिका रहेगा या नहीं. 

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