दौसा में 3 दिन से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है. कभी रिमझिम तो कभी मूसलाधार बारिश ने मौसम को खुशगवार कर दिया. तो वही लंबे समय से चल रही सूरज की तपिश और गर्मी से लोगों को राहत मिली. वही सूरज की तपिश से मुरझाए हुए पेड़ पौधे भी बारिश होने से खिल उठे.
Trending Photos
BandiKui : दौसा में 3 दिन से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है. कभी रिमझिम तो कभी मूसलाधार बारिश ने मौसम को खुशगवार कर दिया. तो वही लंबे समय से चल रही सूरज की तपिश और गर्मी से लोगों को राहत मिली. वही सूरज की तपिश से मुरझाए हुए पेड़ पौधे भी बारिश होने से खिल उठे. प्री मानसून की बारिश ने फिर से चारों तरफ हरियाली के दीदार करवाएं. तो वही गर्मी में भटकते बेजुबान पशु पक्षियों को पीने के लिये पानी मिला.
दौसा जिला मुख्यालय सहित सिकराय , महवा , बांदीकुई और लालसोट इलाके में जमकर बारिश होने से किसान भी खासा उत्साहित नजर आ रहे हैं. प्री मानसून की अच्छी बारिश होने से किसानों ने खरीफ की फसल बुवाई के लिए खेतों का रुख कर लिया जहां खेतों में हल जुताई और खाद डालकर खरीफ फसल बुवाई का काम शुरू कर दिया. तो वहीं बाजारों में स्थित खाद बीज की दुकानों पर खरीददारी के लिए किसानों की भीड़ भी उमड़ने लगी है.
यह भी पढ़ें : टोंक : सड़क बनी दरिया, पानी में तैरने लगी ट्रैक्टर की ट्रॉली
वही प्री मानसून की पहली बारिश ने नगर निकायों की साफ सफाई की और पानी निकास की व्यवस्था की भी पोल खोल दी शहर और कस्बों में बारिश से जगह जगह आम रास्तों में पानी भर गया. तो वही सड़के दरिया में तब्दील हो गई. जिम्मेदारों ने समय रहते मानसून से पूर्व बारिश के पानी निकास की व्यवस्था को सुदृढ़ किया होता तो आम रास्ते कीचड़ युक्त और सड़के के दरिया नहीं बनती.
बांदीकुई उपखंड मुख्यालय पर जगह-जगह सड़कों पर बारिश का पानी जमा हो गया जिसके चलते लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बांदीकुई नगर पालिका के पार्षद महेंद्र दमन का कहना है, समय रहते नगर पालिका प्रशासन ने ध्यान दिया होता तो प्री मानसून की पहली बारिश में ही बांदीकुई के यह हालात नहीं बनते और अभी पूरा मानसून बाकी है. ऐसे में बांदीकुई नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है.
साफ सफाई की और पानी निकास की समस्या शहर में अकेले बांदीकुई में ही नहीं बल्कि शहर भर में देखी जा सकती है. जहां शहर कस्बे ही नहीं गांव और ढाणियों के रास्तों में भी बारिश के समय पानी जमा हो जाता है. मानसून से पहले सरकार आपदा के तहत विभागों को बजट भी आवंटित करती है, लेकिन जिम्मेदार विभागों की लापरवाही आमजन पर भारी पड़ती है.
Reporter : Laxmi Sharma
अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें