धौलपुर: राजस्थान शिक्षक और पंचायती राज्य कर्मचारी संघ ने भेजा 5 सूत्री मांग पत्र, जताया आक्रोश
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धौलपुर: राजस्थान शिक्षक और पंचायती राज्य कर्मचारी संघ ने भेजा 5 सूत्री मांग पत्र, जताया आक्रोश

ज्ञापन से पूर्व संघ के सभाध्यक्ष हरी सिंह गुर्जर की अध्यक्षता में पदाधिकारियों ने बैठक आयोजित की, जिसमें वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में तृतीय वेतन श्रंखला के शिक्षकों के स्थानांतरण एक भी बार नहीं किए गए हैं.

पंचायती राज्य कर्मचारी संघ ने भेजा 5 सूत्री मांग पत्र

Dholpur: राजस्थान शिक्षक और पंचायतीराज कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने जिला अध्यक्ष राजेश शर्मा की अगुवाई में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन प्रेषित कर तृतीय श्रेणी शिक्षकों के भी स्थानांतरण शुरू करने सहित अन्य लंबित शिक्षक समस्याओं का निराकरण कराए जाने का आग्रह किया है. 

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ज्ञापन से पूर्व संघ के सभाध्यक्ष हरी सिंह गुर्जर की अध्यक्षता में पदाधिकारियों ने बैठक आयोजित की, जिसमें वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में तृतीय वेतन श्रंखला के शिक्षकों के स्थानांतरण एक भी बार नहीं किए गए हैं. वहीं प्रतिबंधित और टीएसपी एरिया में लगे शिक्षक भी एक दशक से अपने गृह जिलों में जाने का इंतजार कर रहे हैं. 

जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा ने कहा कि तबादलों से रोक हटने के बाद सभी संवर्ग के स्थानांतरण किए जा रहे हैं, लेकिन तबादला नीति बनाने के नाम पर लंबे समय से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के साथ छलावा कर सरकारें शिक्षकों के सबसे बड़े संवर्ग के हितों के साथ कुठाराघात कर रही है, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 

संघ ने सरकार से अन्य संवर्ग के शिक्षक कर्मचारियों की अपनाई जा रही तबादला प्रक्रिया के अनुसार ही प्रतिबंधित और टीएसपी जिलों सहित सभी तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण शुरू कर शिक्षकों के सबसे बड़े संवर्ग को राहत दिए जाने की मांग की है. बताया कि सरकार को भेजे मांगपत्र में शिक्षा विभाग में कार्यरत युवा अनुभवी और योग्यता धारी शिक्षकों को आगे बढ़ने के अवसर मिला. 

इसके लिए उच्च माध्यमिक स्कूलों में उप प्रधानाचार्य के नवसृजित पदों पर पूर्व की भांति 50 फीसदी पदों को सीधी भर्ती से भरे जाने के प्रावधान पुनः लागू करवाने, प्रबोधक, वरिष्ठ अध्यापक व्याख्याता, जिला शिक्षा अधिकारी सहित शिक्षा विभाग के सभी संवर्गों की पिछले 2 साल की रुकी हुई पदोन्नति एक साथ कर रिक्त पदों को भरे जाने, माध्यमिक और प्रारंभिक शिक्षा के विभेद समाप्त कर दोनों विभागों का विलय कर कक्षा 1 से 12 तक की शिक्षा का एक ही महकमा स्कूल शिक्षा करने और छात्रों की सुचारू शिक्षण व्यवस्था के लिए स्कूल शिक्षा में जल्द स्टाफिंग पैटर्न की प्रक्रिया शुरू कराते हुए नामांकन के अनुरूप सभी श्रेणी के शिक्षकों के पदों का पुनः निर्धारण कराए जाने की मांग की गई है.

Reporter: Bhanu Sharma

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