बस्सी में पूर्व विधायक ने उनके कार्यकाल में सीसीटीवी लगाए थे, लेकिन सम्भाल नहीं होने से कई जगह असामाजिक तत्व कैमरों को खोल ले गए तो कई जगह अभी भी शोपीस बने हुए हैं. शहर में होने वाले आपराधिक घटनाक्रमों में लिप्त अपराधी पुलिस की पकड़ में नहीं आए.
Trending Photos
Jaipur News: बस्सी में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से कोई भी आपराधिक वारदात होने के बाद यदि पुलिस जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज देखकर अपराधियों का पता लगाना चाहे तो पुलिस को सहयोग नहीं मिलता है. पुलिस को कई बार तो बैंक शाखाओं के आगे लगे सीसीटीवी या फिर कई प्रतिष्ठानों के आगे लगे कैमरों की फुटेज देखनी पड़ती है.
बस्सी शहर में पुलिस, नगरपालिका व विधायक सीसीटीवी घोषणा कर चुके है, लेकिन अभी तक शहर में सीसीटीवी कैमरे नहीं लग पाए है. इससे शहर में होने वाली आपराधिक गतिविधियों पर कोई लगाम नहीं लग पा रही है. पूर्व विधायक ने उनके कार्यकाल में सीसीटीवी लगाए थे, लेकिन सम्भाल नहीं होने से कई जगह असामाजिक तत्व कैमरों को खोल ले गए तो कई जगह अभी भी शोपीस बने हुए हैं. शहर में होने वाले आपराधिक घटनाक्रमों में लिप्त अपराधी पुलिस की पकड़ में नहीं आए.
पिछले माह पालिका ने आरओबी पर डिवाइडर पर गमलों में पौधे लगाए थे, कुछ असामाजिक तत्व कई गमलों को तोड़ कर पौधों को नष्ट कर गए थे. नगरपालिका ने मामला भी दर्ज कराया था. पुलिस आज तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई. जबकि यदि सीसीटीवी होते तो शायद आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गए होते.
शहर में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से कोई भी आपराधिक वारदात होने के बाद यदि पुलिस जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज देखकर अपराधियों का पता लगाना चाहे तो पुलिस को सहयोग नहीं मिलता है. पुलिस को कई बार तो बैंक शाखाओं के आगे लगे सीसीटीवी या फिर कई प्रतिष्ठानों के आगे लगे कैमरों की फुटेज देखनी पड़ती है.
शहर में पिछले दिनों नगरपालिका ने सीसीटीवी कैमरे लगाने का मानस बनाया था और अधिकारियों ने बताया था कि शहर में सार्वजनिक एवं आपराधिक प्वाइंटों व बाजारों में सीसीटीवी लगाए जाएंगे। पुलिस के साथ सर्वे कराया जाएगा, लेकिन पालिका ने ना तो सर्वे कराया और ना ही कैमरे लगा.
ये भी पढ़ें- बेटे के सामने हिस्ट्रीशीटर अख्तर मिर्जा की गोली मारकर की हत्या, 5 गोलियों से किया छलनी
शहर में करीब एक दर्जन कोचिंग संस्थान है. सरकारी कॉलेज व बालिका स्कूल भी है. शहर व ग्रामीण इलाकों से बालिकाएं अध्ययन के लिए आती है. कोचिंग संस्थानों एवं सरकारी शिक्षण संस्थानों के आगे असामाजिक तत्व मण्डराते रहते हैं। यदि सीसीटीवी कैमरे हो तो अपराधी हरकतें करने से डर सकते हैं.
शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत है. इसके लिए पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर जगह चिह्नित की जाएगी. किस किस जगह पर सीसीटीवी लगाना जरूरी है. कमांड भी पुलिस के पास ही रहेगा.
Reporter- Amit Yadav