Rajasthan Crime: प्रदेश की राजधानी जयपुर से इस वक्त अपराध और अपराधियों पर कोई लगाम नहीं है. जयपुर के सांगानेर थाना क्षेत्र में पति-पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इस डबल मर्डर से इलाके के लोग डरे-सहमे हुए हैं.
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Rajasthan Crime: जयपुर में डबल मर्डर से इलाके के लोग डरे-सहमे हुए हैं. प्रदेश की राजधानी जयपुर से इस वक्त अपराध और अपराधियों पर कोई लगाम नहीं है. जयपुर के सांगानेर थाना क्षेत्र में पति-पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. जानकारी के मुताबिक यह वारदात सांगानेर सदर के शांति विहार कॉलोनी में हुई.
इस डबल मर्डर की सूचना जैसे ही पुलिस को मिली, वह मौके पर पहुंची. पुलिस मामले की छानबीन में लग गई है. मरने वालों की पहचान राजू राम मीणा और उनकी पत्नी आशा मीणा के रूप में की गई है. दोनों की गोली मारकर हत्या की गई है. मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में ले लिया है. साथ ही दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
स्थानीय पुलिस के साथ-साथ डीसीपी साउथ दिगंत आनंद भी घटनास्थल पर पहुंचे. घटनास्थल का मौका-मुआयना करने के बाद उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं. मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया. शुरुआती जानकारी के अनुसार हत्या का आरोप किसी मोनू नाम के युवक पर लगा है.
मिली जानकारी के मुताबिक वारदात के समय पति-पत्नी आशा मीणा और राजू राम मीणा घर में अकेले थे. इसी दौरान दोनों की हत्या कर दी गई. पिस्तौल से ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उन दोनों की हत्या कर दी गई है. मरने वाले पति-पत्नी एक फैक्ट्री में काम करने वाले थे. आरोपी मोनू भी उसी फैक्ट्री में काम करता है.
मौके पर मौजूद राजाराम के भाई ने बताया कि शुक्रवार दोपहर 11 बजे कपल के साथ काम करने वाला पड़ोसी मोनू उनके घर पहुंचा. तब मीनाक्षी, आशा और राजाराम तीनों वहीं थे. उसने मीनाक्षी को आशा और राजाराम से जरूरी बात करने का कहकर वहां से जाने को कहा. वह भी दोपहर 12 बजे तक वहां से चला गया था.
उनके भाई ने बताया कि मैं किसी काम से लगभग 1 से 2 बजे के बीच घर पहुंचा तो भाई और भाभी जमीन पर खून से लथपत पड़े हुए थे. वह लोगों की मदद से दोनों को स्थानीय अस्पताल ले गया, जहां से भाई को एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी और भाभी को मृत घोषित कर दिया गया. भाभी के शव नारायणा अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया. इसके बाद पुलिस में ही काम करने वाले चाचा को मैंने पूरी घटना की सूचना दी. दोनों का चार साल का एक छोटा बच्चा है.
वहीं भाई ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. शवों के एक्स-रे में पता चला कि दोनों के सिर में गोली फंसी है. राजूराम को कान के पास, जबकि आशा को चेहरे की तरफ से गोली लगी थी. जांच में पता चला कि राजाराम, आशा और मोनू तीनों एक फैक्ट्री में काम करते थे. पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी मोनू पंडित के पास तीन नंबर हैं. जिसमें दो बंद और एक चालू था. उसकी लोकेशन दौसा पता चली थी. बाद में वह भी नंबर बंद हो गया. पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए एक टीम को आगरा है.