चाकसू में बरसात से पहले नहीं हुई सफाई, पवित्र जलाशयों में जा रहा है गंदा पानी
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चाकसू में बरसात से पहले नहीं हुई सफाई, पवित्र जलाशयों में जा रहा है गंदा पानी

जयपुर जिले के चाकसू के तालाबों और पानी के आवक मार्गों की समय रहते बरसात आने से पहले सफाई नहीं होने के कारण बरसात के पानी के साथ गंदगी और कचरे से भरे नालों की गंदगी बहकर तालाबों में आने लगी है. 

नहीं हुई सफाई

Chaksu: राजस्थान के जयपुर जिले के चाकसू के तालाबों और पानी के आवक मार्गों की समय रहते बरसात आने से पहले सफाई नहीं होने के कारण बरसात के पानी के साथ गंदगी और कचरे से भरे नालों की गंदगी बहकर तालाबों में आने लगी है. इससे सभी नागरिकों में भारी आक्रोश व्याप्त है. मनोहरा तालाब में एल बीएस कालोनी और तिवाड़ी कालोनी के बीच से बह रहे गंदे नाले का पानी निर्माणाधीन महाराणा प्रताप पार्क के पूर्वी दिवार के सहारे नगरपालिका के सेवानिवृत्त कर्मचारी रामजीलाल शर्मा के मकान के पीछे और गणेश पुरी धाम बगीची के पास से मनोहरा में गंदा पानी लगातार आ रहा है.

उल्लेखनीय है कि चाकसू के पूर्व में स्थित प्राचीन जलाशय मनोहरा तालाब के किनारे सभी धर्मों के आस्था केन्द्र प्राचीन समय से ही बने हुए हैं. लगभग तीन दशक पहले तक इन पवित्र जलाशयों से भगवान के अभिषेक, लोगों का नहाना धोना और पशुओं के पीने का काम चलता रहा है. आबादी बढ़ने के साथ-साथ नगरपालिका क्षेत्र में जलदाय विभाग के द्वारा नलों से पानी की आपूर्ति के बाद से इन जलाशयों पर लोगों ने ध्यान देना बंद सा कर दिया. 

इन जलाशयों के आस-पास उपलब्ध कुओं का जल स्तर हमेशा उपर रहता था. जलदाय विभाग ने भी योजना का आरंभ इन कुओं पर वाटर पम्पिंग सिस्टम से ही उच्च जलाशय तक पानी की आपूर्ति कर, नलों से पेय जल उपलब्ध करवाया, तब तक नगरपालिका प्रशासन, जलदाय विभाग और नगरवासियों ने इन जलाशयों की शुद्धता और पवित्रता पर विशेष ध्यान केंद्रित रखा है.

पानी की लगातार मांग बढ़ने और कुओं से आपूर्ति सौम्य नहीं होने के बाद विभाग ने विकल्प में ढूंढ नदी के क्षेत्र में नवीन कूपों का निर्माण कर चाकसू को पानी की आपूर्ति आवश्यकता के अनुसार करना आरंभ किया गया. वर्तमान में बीसलपुर योजना से पेयजलापूर्ति हो रही है और इसके बाद इन जलाशयों की उपेक्षा और दुर्दशा का समय शुरू हो गया है. 

नगरपालिका की कुछ आबादी का गंदा पानी नालों के माध्यम से मनोहरा तालाब में आने लगा. सूचना और शिकायत के बाद भी पालिका प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया. इस तालाब के किनारे गणेशपुरी धाम, चम्पेश्वर महादेव मंदिर, ध्यानेश्वर महादेव मंदिर, तेजाजी का नाम, दादू महाराज का मंदिर और आवास, वीर हनुमान मंदिर, गोपीनाथ मंदिर सहित एक मस्जिद और ब्राह्मण और माली समाज के धार्मिक स्थल बने हुए हैं. इस जलाशयों की पवित्रता और शुद्धता बनी रहे ऐसा सभी का प्रयास है.

एक शहीद सैनिक के सम्मान समारोह पर उपस्थित विधायक वेदप्रकाश सोलंकी, चैयरमेन कमलेश बैरवा, वायस चैयरमेन सीताराम गुर्जर, सहित पार्षदों को मौका मुआयना करवाते हुए तालाब में आ रहे गंदे नाले की दिशा बदलवाने का अनुरोध गणेश पुरी धाम के महंत राजेन्द्र पुरी महाराज कर चुके हैं, हो सकता है कि नगरपालिका के अधिकारी कर्मचारियों ने विधायक के आदेश पर ध्यान नहीं दिया हो लेकिन सोलंकी ने उपस्थित जनसमुदाय के सामने वादा किया था कि यह जनहित का काम है और इसे अवश्य पूरा करेंगे.

पार्षद दिनेश शर्मा, विनोद राजोरिया, कृषि मंडी के पूर्व उपाध्यक्ष अवध बिहारी शर्मा, समाजसेवी सुरज्ञानसिंह बड़ोदिया, समाजसेवी ठेकेदार राधेश्याम शर्मा, आदर्श विद्या मंदिर सुमेर सिंह शेखावत सहित चाकसू के सहित अनेक लोगों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि कस्बे से आ रहे नाले को सड़क के दोनों तरफ किनारों पर निर्मित पानी के नालों से जोड़ने से समस्या का समाधान संभव है और तालाब में केवल बरसाती पानी की ही आवक सुनिश्चित हो.

Reporter: Amit Yadav

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