अगर सोनिया गांधी अशोक गहलोत से राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की बात कहती है तो फिर गांधी परिवार का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर सबकी नज़रें होंगी. अशोक गहलोत अगर राजस्थान के मुख्यमंत्री बने रहते हैं वो फिर सचिन पायलट की भूमिका क्या होगी, ये देखना भी बहुत महत्वपूर्ण होगा.
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Jaipur: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में आज का दिन निर्णायक है. गांधी परिवार का उम्मीदवार कौन होगा, ये आज सोनिया गांधी से अशोक गहलोत की मुलाक़ात में तय हो जाएगा. आज दोपहर 10 जनपथ पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सोनिया गांधी से मुलाक़ात होनी है.
इस मुलाक़ात में अध्यक्ष पद के लिए गहलोत नामांकन दाख़िल करेंगे या नहीं यह तस्वीर साफ़ हो जाएगी. राजस्थान में सत्ता की कमान किसके हाथों में रहेगी, इस बात पर भी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. बदले हुए हालातों में अगर सोनिया गांधी अशोक गहलोत के नाम पर सहमति जताती है तो अशोक गहलोत कल यानी 30 नवंबर को नामांकन दाख़िल कर सकते हैं.
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राजस्थान के मंत्री विधायकों को दिल्ली पहुंचने के लिए कहा जाएगा. कल नामांकन का आख़िरी दिन है. शशि थरूर ने भी कल ही नामांकन दाख़िल करने की बात कही है. अगर सोनिया गांधी अशोक गहलोत से राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की बात कहती है तो फिर गांधी परिवार का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर सबकी नज़रें होंगी. अशोक गहलोत अगर राजस्थान के मुख्यमंत्री बने रहते हैं वो फिर सचिन पायलट की भूमिका क्या होगी, ये देखना भी बहुत महत्वपूर्ण होगा. हालांकि आज इस बैठक में अशोक गहलोत सोनिया गांधी के समक्ष राजस्थान के सियासी हालात का पूरा ब्यौरा रखेंगे लेकिन साथ ही निर्णय का फ़ैसला भी सोनिया गांधी पर ही छोड़ देंगे.
गहलोत ने कहा- सोनिया गांधी ही सुप्रीम लीडर हैं
कल देर रात दिल्ली पहुंचने के बाद अशोक गहलोत ने स्पष्ट कर दिया था कि सोनिया गांधी ही उनकी सुप्रीम लीडर हैं, वो जो फ़ैसला करेगी वो मंज़ूर होगा. राजस्थान के झगड़े को गहलोत ने सामान्य बात करार देते हुए कहा था कि पार्टी में लोकतांत्रिक व्यवस्था है और इस तरह की बातें होती रहती है लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस का एक धड़ा चाहता है कि अशोक गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष का नामांकन भरें जबकि एक खेमे की मंशा है कि अब कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं को इस चुनाव में हाथ आज़माना चाहिए, जिसके पास वोट ज़्यादा हो, गांधी परिवार का आशीर्वाद हो तो चुनाव जीत जाएगा. लिहाज़ा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में अब कई गुट सक्रिय हो गए हैं. अभी तक की स्थिति के मुताबिक़ शशि थरूर के अलावा दिग्विजय सिंहने भी नामांकन की तैयारी कर ली है. कुछ और नामों के भी सामने आने की संभावना है.
सोनिया गांधी से मिलने से पहले दिल्ली में बैठकों का दौर जारी
सोनिया गांधी से मुलाक़ात से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक में अशोक गहलोत से मुलाक़ात की है. इस मुलाक़ात में सोनिया गांधी से होने वाली मुलाक़ात को लेकर चर्चा हुई और इन सबके बीच संगठन महासचिव KC वेणुगोपाल भी दिल्ली में है. वेणुगोपाल की भी सोनिया गांधी से मुलाक़ात हुई है. इससे पहले कल रात को भी बैठकों का लंबा दौर चला अनुशासन समिति के अध्यक्ष AK एंटनी और कोषाध्यक्ष पवन बंसल के बीच भी लंबी चर्चा हुई. एंटनी की सोनिया गांधी से भी मुलाक़ात हुई माना जा रहा है कि अशोक गहलोत से होने वाली मुलाक़ात में आज एंटनी भी मौजूद रह सकते हैं.
गहलोत ने राहुल गांधी का वीडियो शेयर कर दिए कई संकेत
अशोक गहलोत ने अपने ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी का वीडियो शेयर किया है, जिसमें राहुल गांधी ने देश में महंगाई बेरोज़गारी जैसे मुद्दों पर भाजपा पर निशाना साधा है. कुल मिलाकर अशोक गहलोत का दिल्ली दौरा कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति और राजस्थान की सियासत में बेहद अहम है. यह दौरा तय करेगा कि अशोक गहलोत की भूमिका आने वाले दिनों में क्या रहेगी.
ग़ौरतलब है कि दिल्ली जाने से पहले अशोक गहलोत ने अपने आवास में जयपुर पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाक़ात की थी. विधानसभा अध्यक्ष CP जोशी, PCC चीफ़ मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी, राजेंद्र यादव से क़रीब 2 घंटे चली इस मुलाक़ात में विधायकों की मंशा भावना पर मंथन हुआ. सभी ने कहा था कि सोनिया गांधी को राजस्थान के 102 विधायकों की भावना के बारे में अवगत कराया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे उनके अभिभावक हैं, उन पर भरोसा रखें लेकिन आला कमान जो भी फ़ैसला करेगा, वो सब को मानना होगा.