Rajasthan News : राजस्थान विधानसभा में आज का दिन फोन टैपिंग मुद्दे और किरोड़ी लाल मीणा के नाम रहा. जिस पर गृह राज्य मंत्री बोले - मैं पूरी जिम्मेदारी से सदन को आश्वस्त करना चाहूंगा, कि, वर्तमान सरकार द्वारा किरोड़ीलाल मीणा का फोन इंटरसेप्ट नहीं किया गया है.
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Rajasthan News : राजस्थान विधानसभा में आज का दिन फोन टैपिंग मुद्दे और किरोड़ी लाल मीणा के नाम रहा. गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि फोन टैपिंग को लेकर कानून बना हुआ है. कानून में राज्य की सुरक्षा के लिए लोक व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरसेप्शन के प्रावधान हैं.केंद्र सरकार ने टेलीकम्युनिकेशन एक्ट 2023 के संबंध में रिकॉर्ड और रक्षा उपाय नियम 2024 को उल्लेखित किया है. कानून में जो प्रावधान हैं उनकी हमेशा कड़ाई से पालना की जाती है. राज्य में इंटरसेप्शन की अनुमति के लिए गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सक्षम अधिकारी हैं. पुलिस भी निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले कॉल इंटरसेप्शन के प्रस्ताव देती है और इस पर सक्षम अधिकारी द्वारा आदेश दिए जाते हैं. ऐसे आदेश के रिव्यू के लिए मुख्य सचिव के अध्यक्षता में कमेटी बनी है. इसमें वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और विधि विभाग के प्रमुख सचिव भी शामिल हैं
गृह राज्य मंत्री बोले कि कुछ दिन पहले मीडिया के माध्यम से मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का बयान संज्ञान में आया, जिसमें उन्होंने उनके मोबाइल को सर्विलांस की बात कहीं. पिछले दिनों विपक्ष ने भी स्थिति स्पष्ट करने की मांग कीजबकि स्वयं किरोड़ी लाल मीणा फोन रिकॉर्डिंग नहीं किए जाने की बात बोल चुके हैं. गृह राज्य मंत्री बोले - मैं पूरी जिम्मेदारी से सदन को आश्वस्त करना चाहूंगा, कि, वर्तमान सरकार द्वारा किरोड़ीलाल मीणा का फोन इंटरसेप्ट नहीं किया गया है.
सरकार के जवाब पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का बयान
टीका राम जूली ने कहा कि विपक्ष सरकार के जवाब से संतुष्ट है. जूली बोले - लेकिन अगर फोन टेप नहीं हुआ और मंत्री गलत बयान कर रहे हैं.तो मंत्री के खिलाफ भी कार्यवाही की जानी चाहिए. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार को किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफा स्वीकार करना चाहिए. जूली ने कहा कि सरकार कह रही फोन टैप नहीं हुआ. मंत्री किरोड़ीलाल बोल रहे हैं कि, फोन टैप हुआ. जूली बोले - अगर मंत्री असत्य तो उन पर क्या कार्रवाई? उनका इस्तीफा क्यों स्वीकार नहीं कर रही सरकार? जूली ने आगे कहा कि- बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष ने किरोड़ीलाल मीणा को नोटिस दिया. उसके जवाब में उन्होंने फोन टैप नहीं होने के बयान की बात नहीं कही. बल्कि, कहा है कि, बयान गलत जगह दे दिया. टीका राम जूली बोले की सत्ता पक्ष ने मुझे बोलने से रोकने की कोशिश की. जो बात गृह राज्य मंत्री ने सदन ने बाहर कही, वही बात सदन में बोल देते, तो सदन बढ़िया चलता.
जब टीकाराम जूली अपनी बात रख रहे थे, तब संजय शर्मा ने गहलोत और तत्कालीन ओएसडी की फोटो को सदन में दिखाया गया. जिस पर फिर से हंगामा हो गया. स्पीकर ने भी इस घटनाक्रम पर नाराजगी जतायी. स्पीकर वासुदेव देवनानी ने सचेतक और संसदीय कार्य मंत्री से कहा कि आप अपने मंत्री को बोलें. स्पीकर ने यहां तक बोला कि मुझे दुःख होता है, जब कोई मंत्री ऐसा करता है तो. जिस पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि, इस पर माफी चाहते हैं. इस बीच विपक्ष ने विरोध जताते हुए वॉक आउट कर दिया.