राठौड़ ने मुख्यमंत्री के बयान को सियासत भरा कहते हुए सवाल उठाया कि गहलोत तीसरी बार सीएम हैं, उन्हें अब तक क्यों याद नहीं आई मानगढ़ धाम की ?
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Rajasthan Politics : आदिवासियों के आस्था के स्थल मानगढ़ धाम को लेकर सियासत रंग पकड़ने लगी है. मुख्यमंत्री के मानगढ़ धाम को हर हाल में राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक का दर्जा देने बयान पर भाजपा नेता और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पलटवार किया है. राठौड़ ने मुख्यमंत्री के बयान को सियासत भरा कहते हुए सवाल उठाया कि गहलोत तीसरी बार सीएम हैं, उन्हें अब तक क्यों याद नहीं आई मानगढ़ धाम की ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मानगढ़ धाम आए थे. पीएम मोदी ने मानगढ़ को राष्ट्रीय सरंक्षित स्मारक घोषित नहीं किया, बल्कि कहा कि चार राज्यों के साथ मिलकर केंद्र सरकार स्मारक को विश्व स्तरीय पहचान दिलाने का काम करेगी.
इधर कार्यक्रम के बाद शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुष्कर में कहा कि मानगढ़ धाम जहां अंग्रेजों ने 1500 लोगों को गोलियों से भून दिया. 22 साल पहले मैने स्मारक बनाया था. पीएम ने ये सोचकर घोषणा नहीं की कि चार राज्य केंद्र के साथ मिलकर विकास करेंगे. वैसे मुझे राष्ट्रीय स्मारक की घोषणा की पूरी उम्मीद थी, लेकिन पूरी नहीं हुई. आज नहीं तो कल मानगढ़ राष्ट्रीय स्मारक घोषित होकर रहेगा.
इधर बुधवार को जयपुर में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सीएम का हर बयान सियासत भरा रहता है. प्रदेश में 52 साल तक कांग्रेस का शासन रहा, सीएम गहलोत का का तीसरा कार्यकाल समाप्ति की ओर जा रहा है. मानगढ केो लेकर भी सीएम का बयान सियासत से भरा है. उन्हें इस प्रकार की एतिहासिक जगह पर सियासत नहीं करनी चाहिए.
राष्ट्रीय स्मारक बनाने के लिए दिए बयान देने से पहले सीएम को याद कर लेना चाहिए तीसरी बार सीएम बने हैं. उन्हें पूरा मौका मिला था, लेकिन कभी ध्यान नहीं दिया. मानगढ़ पर जो कुछ काम हुआ है वो भी भैरोंसिंहजी, वसुंधरा राजे के कार्यकाल में हुआ. कोरे गाल बजाने से कुछ नहीं होने वाला है.
हमारी पीढ़ियां याद रखेगी
राठौड़ ने कहा कि पीएम मोदी ने मानगढ़ आकर ब्रिटानियां हुकूमत को ललकारने वाले शहीदों को सम्मान दिया है. चार राज्यों में गुरू गोविंद का प्रभाव है, ऐसा स्मारक बनाना चाहिए जिसे हमारी पीढ़ियां याद रख सके. राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इसकी परियोजना बनाने के लिए भी कहा है. मानगढ़ धाम का विकास होगा तो पर्यटक बढ़ेंगे.
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