Rajasthan- चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग के पास पहुंची आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें, 2018 के मुकाबले दोगुना हुए आंकड़े; जयपुर और अलवर सबसे आगे
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1934200

Rajasthan- चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग के पास पहुंची आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें, 2018 के मुकाबले दोगुना हुए आंकड़े; जयपुर और अलवर सबसे आगे

Rajasthan: आचार संहिता का उल्लंघन की शिकायत के लिए सी-विजिल एप मददगार साबित हो रहा हैं.  इस वर्ष आचार संहिता लगने के बाद अब तक 9300 से अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें सी-विजिल एप के माध्यम से मिल चुकी हैं. 

C vigil app

Rajasthan: आचार संहिता का उल्लंघन की शिकायत के लिए सी-विजिल एप मददगार साबित हो रहा हैं. प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों पर सी-विजिल एप पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले आने के साथ ही एक्शन लिया जा रहा हैं.

 9300 से अधिक उल्लंघन की शिकायतें मिली

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया की इस वर्ष आचार संहिता लगने के बाद अब तक 9300 से अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें सी-विजिल एप के माध्यम से मिल चुकी हैं. वर्ष 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव आचार संहिता के दौरान सी-विजिल एप पर 4440 शिकायतें ही मिली थीं.

मात्र 20 दिन में पहुंचा ये आकंड़ा

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया की इस बार मात्र 20 दिन में ही गत विधानसभा चुनाव के मुकाबले दोगुनी से अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें सी-विजिल एप पर मिली हैं. इससे स्प्ष्ट है कि प्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित कराने में आमजन स्वयं सजगता और सतर्कता के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

जयपुर और अलवर जिलों में सबसे  शिकायतें

उन्होंने बताया कि कार्रवाई में लगने वाले समय की बात करें तो अलवर, चित्तौड़गढ़ में सबसे तेज औसतन 10 मिनट और करौली, दौसा और सवाई माधोपुर में औसतन 14 मिनट में इन शिकायतों का निस्तारण हो रहा है.इस प्रकार, सी-विजिल पर प्राप्त शिकायतों पर रिकॉर्ड समय में कार्रवाई हो रही है.

गुप्ता ने कहा कि विधानसभा में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर सघन निगरानी रखने के लिए ‘सी-विजिल‘ एप भारत निर्वाचन आयोग की एक बेहतरीन पहल है..प्रदेशवासी इस एप को अधिकाधिक डाउनलोड कर तस्वीर, वीडियो और दस्तावेजी साक्ष्य के साथ शिकायत कर आचार संहिता की पालना सुनिश्चित कराने में सहयोग करें और लोकतंत्र के इस उत्सव में अपनी भागीदारी निभाएं.उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता चाहे तो अपनी पहचान गोपनीय रखने का विकल्प भी चुन सकता है.

ये भी पढ़ें-

राजस्थान: अवैध सामग्री जब्त करने के मामले में हर दिन नए रिकॉर्ड,17 दिन में 300 करोड़ का आंकड़ा पार

डूंगरपुर: भयमुक्त माहौल में चुनाव करवाने के लिए पुलिस मुस्तेद, किया जा रहा फ्लैगमार्च 

Trending news