Sultanpur: 7 दिन में सोनोग्राफी शुरू नहीं हुई तो सीएचसी में दूंगी धरना- कृष्णा शर्मा
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Sultanpur: 7 दिन में सोनोग्राफी शुरू नहीं हुई तो सीएचसी में दूंगी धरना- कृष्णा शर्मा

पंचायत समिति परिसर में साधारण सभा की बैठक प्रधान कृष्णा शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें जनप्रतिनिधियो ने क्षेत्र की समस्याएं उठाईं और समाधान न होने पर धरने की चेतावनी दी.

Sultanpur: 7 दिन में सोनोग्राफी शुरू नहीं हुई तो सीएचसी में दूंगी धरना- कृष्णा शर्मा

Sultanpur: नगर में पंचायत समिति परिसर में साधारण सभा की बैठक प्रधान कृष्णा शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा, उपखण्ड अधिकारी हरविंदर डी. सिंह और तहसीलदार अनिता सिंह ने भी हिस्सा लिया. बैठक में मुख्य रूप से जनप्रतिनिधियो ने क्षेत्र की समस्याएं पुरजोर तरीके से उठाई. इस मौके पर पशु विभाग से डॉ. भगवती प्रसाद से लंपी स्किन डिजीज बीमारी के बारे में आवश्यक जानकारी दी. उपप्रधान नरेश नरूका, किशोरपुरा सरपंच नीरज नागर और पंचायत समिति सदस्य रईस खान ने पटवारियों द्वारा जनता की समस्याओं, बैठकों और दस्तावेज सत्यापन में कोई ध्यान नहीं देने की शिकायत की. 

जिला परिषद सदस्य प्रियंका कौशिक ने लाखसनिजा स्कूल में पीने के पानी की समस्या बताई. वही पंचायत समिति सदस्य रईस खान द्वारा सिमलिया कस्बे के भीतर बसे नहीं रुकने से होने वाली ग्रामीणों की पीड़ा बताई. बैठक के दौरान पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा ने भी संबोधित करते हुए कहा कि पंचायत समिति सुल्तानपुर में ग्राम विकास अधिकारियों की शिकायतें आ रही हैं, ऐसे में जो गड़बड़ी कर रहा है उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने सरपंच पंचायत समिति सदस्य प्रधान और जिला परिषद सदस्य सभी से मिलजुल कर क्षेत्र के विकास कार्य करवाने के लिए भी कहा. उन्होंने कहा कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन हमें विकास पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को गंभीरता से लेने के लिए भी नसीहत दी.फ

अनदेखी के चलते मशीन खा रही है धूल 
बैठक के दौरान पंचायत समिति प्रधान कृष्णा शर्मा ने चिकित्सा विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए चेतावनी दी कि ग्रामीणों की सुविधा के लिए ब्लॉक क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल सुल्तानपुर सीएससी में लोकसभा अध्यक्ष द्वारा लाखों रुपये की लागत से सोनोग्राफी मशीन दी थी, लेकिन अनदेखी के चलते लंबे समय से मशीन धूल खा रही है. अब यह कतई बर्दाश्त नही होगा. यदि 7 दिवस में समस्या का समाधान नही हुआ तो 25 अगस्त को सुबह 10 बजे वह क्षेत्र की जनता के साथ अस्पताल के गेट पर धरने पर बैठेंगी. उन्होंने विद्युत विभाग पर भी सवाल उठाए और बताया कि त्योहारों पर विद्युत विभाग द्वारा बिजली कटौती की जाती है. ट्रांसफार्मर देने में भी 5 दिन का समय लिया जाता है. ऐसे में इसे सुधारा जाए. इस मौके पर एक्सप्रेस हाईवे निर्माण कंपनी की लापरवाही से गांव की सम्पर्क सड़को की भी समस्या उठाई गई और आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया. उन्होंने पीएचडी विभाग पर सभी जनप्रतिनिधियों को पूर्ण जानकारी देने,राजनीति से हटकर जनता के हित मे कार्य करने व हर घर नल कनेक्शन देने के लिए भी निर्देशित किया.

शिक्षा विभाग की कार्यशैली उठे सवाल 
इस मौके पर जिला परिषद सदस्य हेमन्त मीणा ने बिसलाई अन्य सड़को की हालत बताई. बैठक में डीएफओ के नहीं आने पर एसडीएम ने नाराजगी जताई तो वही विद्युत विभाग से एक्सईएन को भी बुलवाने के लिए प्रस्ताव लिया गया. इस मौके पर तोरण सरपँच सत्यनारायण वर्मा, राजनीता मेघवाल, पंचायत समिति सदस्य जगदीश मेघवाल व हेमंत शर्मा ने गांवो में अस्पतालों की बिगड़ी व्यवस्था के बारे में शिकायत की. उन्होंने कहा कि अधिकारी गांवो में जाकर देखते तक नहीं हैं. 

पंचायत समिति सदस्य विशाल गोचर ने डूंगरजा में ग्राम विकास अधिकारी लगवाने के लिए मांग की तो बमोरी सरपंच निरंजन मीणा ने शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए खेड़ली महाद्वीत के विद्यालय में बच्चों का शिक्षण स्तर कमजोर होने की शिकायत की. इस मौके पर विकास अधिकारी मजहर इमाम द्वारा गत बैठक कार्यवाही पढ़कर सुनाया और उसका अनुमोदन करवाया।इसी तरह पंचायत समिति सदस्य चंद्रकांता मीणा और कमलेश यादव ने भांडाहेड़ा कॉलोनी में रास्ता खराब और बड़े-बड़े गढ्डों से कीचड़ होने की परेशानी बताई. साथ ही मंडोला शमशान घाट का रास्ता रुकने से वहां नाला बनाने की मांग की. वही उप प्रधान नरेश नरूका ने पीडब्ल्यूडी विभाग को क्षेत्र मे सुरेला से सुल्तानपुर और सूरेला से रिछाहेडी और खेड़ली की अधूरी उखड़ी सड़क का मामला उठाया वही शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सुरेला सीनियर सेकेंडरी में टीचरों की कमी का मामला भी गरमाया रहा.

विधायक के जाते ही गायब हो गए अधिकारी
बैठक के दौरान पीपल्दा विधायक किसी कार्य होने से बैठक समाप्ति से पहले ही चले गए. जहां उनके पीछे से ही अधिकांश विभागों के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी पंचायत समिति परिसर से बाहर चले गए. इस दौरान करीब 10 मिनट तक विकास अधिकारी, प्रधान और पंचायत समिति सदस्य बार-बार अधिकारियों से कुर्सियों पर वापस आने का निवेदन करते दिखाई दिए, जिसके बाद पंचायत समिति सदस्य हेमंत शर्मा, जगदीश मेघवाल, रईस खान, नीतू मेरोठा और विजयलक्ष्मी तिवारी आदि ने अधिकारियों के खिलाफ जमकर तंज कसे. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की मर्यादा अधिकारी भूलते जा रहे हैं, ऐसे में कैसे समस्याओं का समाधान होगा. इस मौके पर प्रधान कृष्णा शर्मा ने भी अधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की और दोबारा से ऐसा होने पर नोटिस देने के लिए भी निर्देशित किया.

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