कोटा जिले के रामगंजमंडी उपखड़ के गोयंदा गांव में एक घटना सामने आई है. जिसमें एक दलित दूल्हे की निकासी निकाली जा रही थी, इस दौरान गांव को कुछ असामाजिक तत्वों ने निकासी में हुड़दंग मचा दिया. निकासी नहीं निकालने को लेकर विरोध शुरू कर दिया.
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रामगंजमंडी: कोटा जिले के रामगंजमंडी उपखड़ के गोयंदा गांव में एक घटना सामने आई है. जिसमें एक दलित दूल्हे की निकासी निकाली जा रही थी, इस दौरान गांव को कुछ असामाजिक तत्वों ने निकासी में हुड़दंग मचा दिया. निकासी नहीं निकालने को लेकर विरोध शुरू कर दिया. वहीं, इस दौरान असामाजिक तत्वों ने दलितों को जातिसूचक शब्द बोलना शुरू कर दिया. ऐसे में निकासी के दौरान पुलिस ने पहले ही 4 जवानों को तैनात किया गया था.
हंगामा बढ़ता देख सीआई मनोज कुमार भारी जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे. पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया. वहीं, उसके बाद सीआई मनोज बेरवाल की निगरानी में गांव में निकासी निकाली गई.
ऐसे में पुलिस ने दलित परिवार से रिपोर्ट ली. जिसमे 21 जनों के नामजब्द रिपोर्ट ली गई. वहीं, शनिवार को डिप्टी एसपी प्रवीण नायक और सीआई मनोज कुमार ने गांव में मार्च निकाल कर आरोपियों की पहचान कर घरों में दबिश देकर करीब 10 जनों को उत्पाद मचाने और निकासी का विरोध करने में डिटेन किया गया. हालांकि पूरी रात पुलिस जाप्ता गांव में मुस्तैद रहा. शनिवार दिन भर भी हर गली में पुलिस जवानों को कानून व्यवस्था को देखते हुए तैनात किया गया.
दलित दूल्हे के परिजनों ने बताया कि हम निकासी निकाल रहे थे, इस दौरान कुछ लोगों ने जाती सूचक शब्दों का प्रयोग शुरु कर दिया. इस दौरान हमने सारे मामले की जानकारी रामगंजमंडी पुलिस थाने में दी हैं. आगे पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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वहीं, सीआई मनोज बेरवाल ने बताया कि दलित दूल्हे की निकासी निकालने को लेकर हुए विवाद में राजपूत समाज के कुछ लोगो द्वारा हुड़दंग मचाया गया था. जिसके आधार पर दलित परिवार से रिपोर्ट लेकर 7 लोगो को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, कुछ लोगों को डिटेन किया जा रहा हैं, वहीं मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा हैं.
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Reporter- Himanshu Mittal