Female Staff Harassed by Nagar Parishad Officer: टोंक नगर परिषद में एक सरकारी अधिकारी द्वारा महिला कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. अधिकारी ने महिला से फोटो मांगा और देर रात कॉल करके परेशान किया. जब महिला ने इसका विरोध किया, तो उसे निलंबन की धमकी मिली. यह मामला प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद जिला कलेक्टर सौम्या झा ने विभागीय कार्रवाई के लिए पत्र लिख दिया है.
कलेक्टर ने एक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वायत शासन विभाग को एक पत्र लिखा है. यह मामला हाल के दिनों में हुए तबादलों से जुड़ा बताया जा रहा है. परिषद के कार्यकारी अधिकारी ऋषिदेव ओला के खिलाफ एक महिला कर्मचारी ने शिकायत दर्ज कराई है. पीड़िता ने बताया कि अधिकारी ने रात में फोन करके उसे दबाव में लाने की कोशिश की और उसकी उम्र भी पूछी. इसके बाद, अधिकारी ने फोटो मांगे और वीडियो कॉल भी किया. अधिकारी ने पीड़िता को धमकी दी कि अगर वह सहयोग नहीं करती है, तो उसका चार्ज छीनकर उसे निलंबित कर दिया जाएगा.
पीड़िता ने शिकायत की है कि एक अधिकारी ने रात में उसे फोन किया और उस पर दबाव डाला कि वह अपनी शिकायत वापस ले ले. इसके अलावा, अधिकारी ने पीड़िता से उसकी उम्र भी पूछी, जिससे वह और भी असहज महसूस करने लगी. पीड़िता का आरोप है कि अधिकारी ने उसकी शिकायत को हल्के में लिया और उसे दबाव में लाने की कोशिश की.
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि 17 जनवरी की रात को ऋषिदेव ओला ने उन्हें कई वीडियो कॉल किए और इसके बाद एक मैसेज भेजा जिसमें उन्होंने लिखा था, "साथ मिलकर चलोगी तो सारे चार्ज दे दूंगा, आप तो धोखा नहीं दोगे ना?" जब पीड़िता ने रात में कॉल करने के लिए मना किया, तो अधिकारी ने उन्हें धमकी दी कि वह जब भी फोन करेंगे, उन्हें उठाना ही पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह साथ नहीं चलेंगी, तो वह उनके सारे चार्ज छीन लेंगे और सबसे पहले उन्हें सस्पेंड कर देंगे.
महिला ने अपनी शिकायत के साथ मैसेज के स्क्रीनशॉट भी सौंपे, जिसके बाद कलेक्टर ने नगर परिषद ईओ को तत्काल निलम्बित कर दिया और उच्च स्तरीय जांच की अनुशंसा की. सौम्या झा ने बताया कि शिकायत मिलने पर निलम्बन की अनुशंसा की गई है और प्रथम दृष्टया अधिकारी दोषी प्रतीत होते हैं.