उदयपुर में कल से दो दिवसीय हरियाली अमावस्या के मेले का आगाज होगा. कोरोना संक्रमण के चलते 2 साल तक अमावस्या मेले का आयोजन नहीं हो पाया.
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Udaipur: राजस्थान के उदयपुर में कल से दो दिवसीय हरियाली अमावस्या के मेले का आगाज होगा. कोरोना संक्रमण के चलते 2 साल तक अमावस्या मेले का आयोजन नहीं हो पाया. ऐसे में इस बार आयोजित होने वाले मेले को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. शहर के ऐतिहासिक सहेलियों की बाड़ी और फतेहसागर पर मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
दरअसल उदयपुर में रियासत काल से ही हरियाली अमावस्या के मौके पर दो दिवसीय मेले के आयोजन की परंपरा चली आ रही है, जो वर्तमान दौर में भी बदस्तूर जारी है. 2 दिन तक आयोजित होने वाले इस मेले के पहले दिन सभी को प्रवेश दिया जाएगा है.
वहीं, अगले दिन इस मेले में केवल महिलाओं के लिए ही प्रवेश रहेगा. कल से शुरू होने वाले इस मेले को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. मेले के आयोजन को लेकर स्थानीय प्रशासन ने भी पुख्ता बंदोबस्त किए हैं.
335 दुकानों से निगम को हुई 10 लाख की आय
हरियाली अमावस्या मेले के आयोजन को लेकर नगर निगम की ओर से कुल 335 दुकानों की नीलामी की गई है, जिसमें निगम को 10 लाख रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई है.
नगर निगम राजस्व समिति अध्यक्ष अरविंद जारौली ने बताया कि निगम द्वारा आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध हरियाली अमावस्या मेले में निगम द्वारा कुल 335 दुकानों की नीलामी की गई, जिसमें निगम को अभी तक 10 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. फतह सागर की पाल से लगाकर यूआईटी चौराहे तक 9 बड़े झूले लगाए जाएंगे, जिससे लोगों का मनोरंजन हो सकें.
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इसी के साथ 39 स्टॉल खाने-पीने की चीजों के लगाए जाएगी. दूसरी अन्य दुकानों में खिलौने, कपड़े, मनिहारी सामान आदि बिक्री किए जाएंगे. इसी के साथ शहर भर में ठेलो पर बेचने वाले पानी पुरी, दाबेली अन्य खाद्य पदार्थ सामग्री हेतु अलग स्थान का आवंटन किया गया है.
Reporter- Avinash Jagnawat
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