Rajya Sabha Election 2024 Results: राज्यसभा चुनाव 2024 में विजयी उम्मीदवारों के शपथ लेने के बाद, सदन में बीजेपी के 97 सांसद हो जाएंगे. हालांकि, सत्ताधारी एनडीए तब भी बहुमत के आंकड़े (121) से चार सीट दूर रहेगा.
Rajya Sabha Chunav 2024: अप्रैल में राज्यसभा की 56 सीटें खाली हुई थीं. बीजेपी ने इनमें से 20 पर निर्विरोध जीत दर्ज की. मंगलवार को चुनाव हुए तो उसमें बीजेपी के 10 और उम्मीदवार जीते. जीते हुए सदस्य शपथ ले लेंगे तो राज्यसभा में कुल 240 सदस्य हो जाएंगे. राज्यसभा की अधिकतम क्षमता 245 सदस्यों की हैं. अभी जम्मू और कश्मीर की चार सीटें और मनोनीत सदस्य की सीट खाली है. नवनिर्वाचित 56 सदस्यों के शपथ लेने के बाद, बीजेपी के राज्यसभा में 97 सदस्य हो जाएंगे. इनमें पांच मनोनीत सांसद भी शामिल हैं जो बाद में पार्टी का हिस्सा बन गए. बीजेपी सदन की सबसे बड़ी पार्टी बनी रहेगी. 240 सदस्यों वाली राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 121 रहेगा. बीजेपी के नेतृत्व वाला सत्ताधारी गठबंधन अब भी इस जादुई आंकड़े से चार सीट दूर है. NDA का कुनबा 117 सदस्यों का होगा. बीजेपी के बाद, राज्यसभा में सबसे ज्यादा सदस्य कांग्रेस (29) के हैं.
राज्यसभा की 56 सीटों पर हुए चुनाव में 41 सदस्य निर्विरोध चुने गए. 15 सीटों (उत्तर प्रदेश की 10, कर्नाटक की 4 और हिमाचल प्रदेश की 1) पर मंगलवार को चुनाव हुए. शाम तक आए नतीजों में, बीजेपी ने 56 में कुल 30 सीटों पर जीत दर्ज की.
बीजेपी 97 सांसद (पार्टी में शामिल हो चुके पांच मनोनीत सदस्यों सहित) के साथ राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी है. इसके बाद कांग्रेस के 29 सदस्य, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 13, द्रमुक और आप के 10-10, बीजद और YSRCP के नौ-नौ, बीआरएस के सात, राजद के छह, CPM के पांच और अन्नाद्रमुक और जदयू के चार-चार सांसद हैं.
पार्टी | सीटें |
बीजेपी | 97* |
कांग्रेस | 29 |
TMC | 13 |
DMK और AAP | दोनों के 10-10 सांसद |
BJD और YSRCP | दोनों के 9-9 सांसद |
BRS | 7 |
RJD | 6 |
CPM | 5 |
AIADMK और JD(U) | दोनों के 4-4 सांसद |
निर्दलीय | 3 |
SP और CPII | दोनों के 2-2 सांसद |
मनोनीत | 6** |
अन्य दल | 24 |
*5 मनोनीत सदस्य शामिल जो बाद में BJP में शामिल हो गए **BJP से जुड़े पांच मनोनीत सांसद शामिल नहीं |
कहां-कहां से चुनकर आए हैं राज्यसभा के 56 नए सदस्य
राज्यसभा चुनाव 2024 में यूपी की सबसे अधिक 10 सीटें दांव पर थीं. महाराष्ट्र और बिहार में छह-छह सीटें दांव पर थीं, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पांच-पांच, कर्नाटक और गुजरात में चार-चार, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में तीन-तीन, और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ में एक-एक.