यूपी से राज्यसभा जाने के लिए मंगलवार को होने वाले चुनाव में 37 वोटों की जरूरत होगी लेकिन भाजपा की तरफ से आठवां उम्मीदवार होने से क्रॉस वोटिंग की आशंका जताई जा रही है. समझिए सपा और भाजपा का सियासी समीकरण क्या है?
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UP Rajya Sabha News: यूपी में लोकसभा चुनाव से काफी पहले ही सियासी गहमागहमी चरम पर है. 27 फरवरी यानी मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में यहां कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी. 10 सीटों के लिए भाजपा ने आठ और विपक्षी सपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. सत्तारूढ़ भाजपा के पास सात और मुख्य विपक्षी दल सपा के पास तीन सदस्यों को निर्विरोध राज्यसभा भेजने के लिए पर्याप्त संख्या है. हालांकि भाजपा ने अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को उतारकर चुनाव रोमांचक बना दिया है. अब इसी एक सीट पर सियासी खेला हो सकता है.
कौन हैं वो आठवें उम्मीदवार?
उद्योगपति और पूर्व सपा नेता संजय सेठ 2019 में भाजपा में आए थे. सेठ ने पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया था. राज्यसभा की 10 सीट के लिए मंगलवार को मतदान होगा और उसी दिन नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे.
भाजपा vs सपा
403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 252 विधायकों और सपा 108 विधायकों के साथ दो सबसे बड़े दल हैं. सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीटें हैं. भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) को 13, निषाद पार्टी को छह, राष्ट्रीय लोकदल को 9, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो और बहुजन समाज पार्टी को एक सीट मिली है. फिलहाल विधानसभा में चार सीटें खाली हैं.
भाजपा के कैंडिडेट
भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आर पी एन सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की यूपी इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन को उतारा है.
दूसरी तरफ सपा ने अभिनेत्री जया बच्चन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और राज्य के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को मैदान में उतारा है.
37 वोट जिताएंगे एक कैंडिडेट
यूपी से राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के लिए एक उम्मीदवार को लगभग 37 प्रथम वरीयता मतों की आवश्यकता होगी. राज्यसभा चुनाव के बारे में निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने कहा कि एक उम्मीदवार को जीत दर्ज करने के लिए 36.37 प्रथम वरीयता वोट की आवश्यकता होगी. अभी उत्तर प्रदेश विधानसभा में 399 विधायक हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या जेल में बंद तीन विधायक भी राज्यसभा चुनाव में मतदान कर सकेंगे, दुबे ने कहा कि यह अदालत और संबंधित राजनीतिक दल द्वारा तय किया जाएगा. सपा विधायक इरफान सोलंकी और रमाकांत यादव, सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी जेल में हैं.
सुबह से 9 बजे से वोटिंग
दुबे ने कहा कि विधायक गेट सात से प्रवेश करेंगे, कमरा 80 से मतपत्र लेंगे और वोट डालने के लिए तिलक हॉल जाएंगे. मतदान मंगलवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा मतगणना शाम पांच बजे से शुरू होगी और नतीजे मंगलवार रात को ही घोषित होने की संभावना है.
राज्यसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन पर भरोसा जताते हुए केशवप्रसाद मौर्य ने दावा किया है कि भाजपा के सभी उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज करेंगे. उधर, क्रॉस वोटिंग की संभावना को खारिज करते हुए विधानसभा में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि सभी सपा विधायक राज्यसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मतदान करेंगे.
क्या सपा के पास एक वोट कम?
यह पूछे जाने पर कि क्या सपा उम्मीदवारों के लिए एक वोट की कमी हो सकती है, पांडेय ने कहा, ‘हमारे वोट कम कैसे रहेंगे? हमारे लोगों ने सुभासपा और रालोद से (2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव) लड़ा था और मूल रूप से वे सपा से हैं.' पांडेय ने विश्वास जताया कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के विधायक सपा उम्मीदवारों को वोट देंगे. गौर करने वाली बात यह है कि दोनों दल अब भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो गए हैं.
पल्लवी भी तो नाराज हैं?
समाजवादी पार्टी की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) नेता पल्लवी पटेल ने पहले कहा था कि वह राज्यसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगी क्योंकि वह बच्चन और रंजन को मैदान में उतारने के सपा के फैसले से सहमत नहीं हैं. उन्होंने अब कहा है कि मैं राज्यसभा चुनाव में मतदान करूंगी. यह मेरा अधिकार और कर्तव्य है, लेकिन मैंने अभी तक तय नहीं किया है कि उम्मीदवार कौन होगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या जेल में बंद दोनों सपा विधायक अपना वोट डालेंगे, पांडेय ने कहा कि पार्टी उन्हें लखनऊ लाने का प्रयास कर रही है ताकि वे अपना वोट डाल सकें. राज्य के पूर्व मुख्य सचिव और सपा उम्मीदवार रंजन ने कहा, 'पार्टी द्वारा मैदान में उतारे गए सभी तीन उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव में विजयी होंगे.' उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव के विपरीत, राज्यसभा चुनाव पूरी तरह से एक अलग खेल है.
महराजगंज जिले के फरेंदा से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कहा, 'अब, आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन होने से यहां की तस्वीर भी बहुत साफ हो गई है। हम सपा द्वारा उतारे गए उम्मीदवारों को वोट देंगे.' हाल में एनडीए में शामिल हुए राष्ट्रीय लोकदल की राज्य इकाई के प्रमुख रामाशीष राय ने कहा कि रालोद के सभी विधायक मौजूदा राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को वोट देंगे.