भगदड़, मौत, अस्पताल के बाहर बिलखते लोग, हंगामी मीटिंग... घटना के बाद से अब तक क्या-क्या हुआ?
Advertisement
trendingNow12622234

भगदड़, मौत, अस्पताल के बाहर बिलखते लोग, हंगामी मीटिंग... घटना के बाद से अब तक क्या-क्या हुआ?

Maha Kumbh Stampede: महाकुंभ में देर रात अचानक भगदड़ मच जाने की वजह से कई लोगों की जान चली गई है, साथ ही कुछ लोग जख्मी बताए जा रहे हैं. हालांकि अब हालात कंट्रोल में हैं और हादसे के बाद से लेकर 12 बजे तक लगभग सवा 4 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान भी कर लिया है. 

भगदड़, मौत, अस्पताल के बाहर बिलखते लोग, हंगामी मीटिंग... घटना के बाद से अब तक क्या-क्या हुआ?

Maha Kumbh Stampede Timeline: मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज महाकुंभ के संगम क्षेत्र में बुधवार तड़के पवित्र स्नान करने बड़ी संख्या में पहुंचे तीर्थयात्रियों के बीच भगदड़ मचने से कई लोग हताहत हुए. उत्तर प्रदेश सरकार ने भगदड़ में मरने वालों की तादाद के बारे में बिल्कुल चुप्पी साध रखी है, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस ‘हादसे’ को ‘अत्यंत दुखद’ करार दिया और इसमें अपने परिजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की.

पीएम मोदी ने किए 4 फोन

हादसे के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चार बार बात करने के बाद मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,'प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।.इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.' उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है और इस सिलसिले में उनकी मुख्यमंत्री योगी से बातचीत हुई है.

 

क्या बोले सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए लखनऊ में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि हादसे में कुछ श्रद्धालु ‘गंभीर रूप से घायल’ हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हादसे के बाद सुबह से ही प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग चार बार हाल-चाल लिया है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी हादसे के संबंध में जानकारी ली है.

fallback

बैरिकेड्स फांदकर आए लोग

सीएम योगी ने कहा,'रात में एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर, जहां से अमृत स्नान की मकसद से बैरिकेड्स लगाए गए थे, उनको फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उपचार की व्यवस्था की गई है. उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं.'

श्लोकों के बीच एंबुलेंस के सायरनों की आवाज

घटना के बाद संगम की तरफ जा रही एंबुलेंस और पुलिस वाहनों के तेज सायरन की आवाज कुंभ मेला क्षेत्र में लाउडस्पीकरों से गूंज रहे मंत्रों और श्लोकों के निरंतर उच्चारण को भेद रही थी. अधिकारियों ने बताया कि घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. घायलों के कई रिश्तेदार भी वहां पहुंचे हैं. सुरक्षाकर्मी और बचावकर्मी कई घायलों को स्ट्रेचर पर ले जाते देखे गए. घटनास्थल पर कंबल और बैग समेत लोगों का सामान भी इधर-उधर बिखरा नजर आया.

fallback

CM योगी की अखाड़ा परिषद से बात

अखाड़ों के ज़रिए मौनी अमावस्या का अमृत स्नान किए जाने के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा,'अखाड़ा परिषद से जुड़े हुए पदाधिकारियों के साथ मैंने खुद भी बातचीत की है. आचार्य, महामंडलेश्वरों और पूज्य संतों के साथ भी बातचीत हुई है और उन्होंने बड़ी ही विनम्रता के साथ इस बात को कहा है कि श्रद्धालु जन पहले स्नान करेंगे और फिर जब उनका दबाव कुछ कम होगा और वे सकुशल वहां से निकल जाएंगे तब हम लोग स्नान करने के लिए संगम की तरफ जाएंगे.'

fallback

12 बजे तक सवा चार करोड़ लोगों ने किया स्नान

उन्होंने कहा,'आज सुबह साढ़े आठ तक लगभग तीन करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं और यह लगातार जारी है लेकिन संगम नोज, अखाड़ा मार्ग और नाग वासुकी मार्ग पर लगातार दबाव बना हुआ है.' उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे ‘अफवाहों’ पर ध्यान ना दें और संयम से काम लें. हालांकि दोपहर 12 बजे तक डुबकी लगाने वाले लोगों की तादाद सवा चार करोड़ पहुंच गई थी. \

fallback

CM योगी की श्रद्धालुओं से अपील

सीएम योगी ने स्नानार्थियों से अपील करते हुए कहा,'लगभग 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में अस्थाई घाट बनाए गए हैं. आप जहां पर हैं, उसमें कहीं भी स्नान कर सकते हैं. आवश्यक नहीं है कि संगम नोज की तरफ ही आएं. भीड़ को देखते हुए खास तौर पर जो बुजुर्ग हैं, बच्चे हैं, सांस के रोगी है उनको लंबी दूरी तय नहीं करनी चाहिए और जो नजदीक के घाट हैं वहीं पर स्नान करें. सब गंगा जी के घाट हैं और गंगा जी के उस भाग में भी वही पुण्य प्राप्त होगा.'

fallback

मेला अधिकारी ने क्या कहा?

मेला विशेष कार्य अधिकारी आकांक्षा राणा ने पहले कहा था,'संगम में बैरियर टूटने के बाद कुछ लोग घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हमें अभी तक घायलों की सही संख्या नहीं पता है.' कर्नाटक की एक श्रद्धालु सरोजिनी ने कहा,'हम दो बसों में 60 लोग आए थे. अचानक भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी और हम फंस गए. हममें से बहुत से लोग गिर गए और भीड़ बेकाबू हो गई.' महिला ने बताया,'भागने का कोई मौका नहीं था, हर तरफ से धक्का-मुक्की हो रही थी.'

fallback

बेहद भयावह था अनुभव

मध्य प्रदेश के छतरपुर से आये एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी मां घायल हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि मेघालय से आया एक अधेड़ दंपत्ति पत्रकारों को भगदड़ में फंसने के अपने भयावह अनुभव के बारे में बता रहा था.

'​हम दया की भीख मांग रहे थे...'

भगदड़ में घायल हुए अपने बच्चों का इलाज कराने अस्पताल पहुंची एक महिला ने अपनी आपबीती सुनाते हुए दावा किया,'जाने के लिए कोई जगह नहीं थी. कुछ लोग हमें धक्का दे रहे थे और हंस रहे थे, जबकि हम उनसे बच्चों के प्रति दया की भीख मांग रहे थे.'

क्या बोले अखाड़ा परिषद प्रमुख

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि महाकुंभ के दौरान संगम घाट पर भीड़ की वजह से सभी अखाड़ों के पारंपरिक स्नान अनुष्ठान को स्थगित कर दिया गया है. हालांकि पुरी ने भगदड़ का जिक्र नहीं किया. उन्होंने कहा,'हम देख रहे हैं कि अब भीड़ कम हो रही है और हम मेला प्रशासन के साथ बातचीत कर रहे हैं.' हालांकि बाद में भीड़ कम होने के बाद अखाड़ों ने भी कम तादाद में पहुंचकर अमृत स्नान किया. 

अधिकारियों की लोगों से अपील

तीर्थयात्रियों की अनुमानित आमद को देखते हुए मेला अधिकारियों ने मंगलवार को एक परामर्श जारी किया था, जिसमें भक्तों से सुरक्षा और सुविधा के लिए भीड़-प्रबंधन दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया गया था. तीर्थयात्रियों से संगम घाट तक पहुंचने के लिए निर्धारित लेन का उपयोग करने, स्नान क्षेत्र में पहुंचने के दौरान अपनी लेन में रहने और पवित्र स्नान के बाद घाटों पर देर तक न रुकने के लिए कहा गया था.

कुंभ मेले की परंपरा

कुंभ मेले की परंपरा के मुताबिक तीन संप्रदायों ‘संन्यासी, बैरागी और उदासीन’ से संबंधित अखाड़े संगम घाट पर एक भव्य, विस्मयकारी जुलूस के बाद एक निर्धारित क्रम में पवित्र डुबकी लगाते हैं. हिंदू धर्म में गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम को बेहद पवित्र माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान और विशेष रूप से मौनी अमावस्या जैसी विशेष स्नान तिथियों पर इसमें डुबकी लगाने से लोगों के पाप धुल जाते हैं और उन्हें ‘मोक्ष’ की प्राप्ति होती है.

कब शुरू हुआ था महाकंभ 2025

हर 12 वर्ष पर आयोजित होने वाला महाकुंभ 13 जनवरी को शुरू हुआ और 26 फरवरी तक जारी रहेगा. मेले की मेजबानी कर रही उत्तर प्रदेश सरकार को उम्मीद है कि दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम में कुल 40 करोड़ तीर्थयात्री आएंगे.

(इनपुट-भाषा)

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news