Rudraprayag News: नए साल के जश्न के लिए मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से मशहूर चोपता, औली, तुंगनाथ और दुग्गलबिट्टा में 3 हजारों सैलानी पहुंचे. पुलिस और आपदा प्रबंधन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. बर्फबारी का आनंद लेने के लिए देश-विदेश से लोग उमड़ रहे हैं.
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Rudraprayag News/HARENDRA NEGI: देश-विदेश से पर्यटक देवभूमि उत्तराखंड के मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले चोपता, औली, तुंगनाथ और दुग्गलबिट्टा में उमड़ रहे हैं. अब तक हजारों सैलानी इन खूबसूरत पहाड़ी इलाकों में पहुंच चुके हैं. बर्फबारी का आनंद उठाने के साथ ही यहां के प्राकृतिक सौंदर्य और ठंडे मौसम का मजा लेने के लिए पर्यटक खासे उत्साहित हैं.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
नए साल पर सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं. पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया गया है. पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोडे ने बताया कि हुड़दंगियों से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है. वाहनों की पार्किंग के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. पर्यटकों को लोकल शटल सेवा के माध्यम से बर्फबारी वाले इलाकों तक पहुंचाया जा रहा है.
यातायात व्यवस्था और चेकिंग अभियान
सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सड़क पर गाड़ियों को नियंत्रित किया जा रहा है. जिन गाड़ियों पर चैन लगी हुई हैं, केवल उन्हीं को बर्फीले क्षेत्रों में जाने की अनुमति दी जा रही है. पुलिस ने ड्रिंक एंड ड्राइव पर सख्ती से नजर रखी है. इसके अलावा, जाम की समस्या से बचने के लिए अलग-अलग जोन बनाए गए हैं.
शांति बनाए रखने की कोशिश
स्थानीय प्रशासन ने जानकारी दी कि शांति व्यवस्था भंग करने वाले 9 लोगों पर कार्रवाई की गई है. वहीं, बाहर से आए पर्यटकों की सुविधा के लिए 24/7 निगरानी की जा रही है. आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रज्जवार ने बताया कि आपात स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव तैयारियां की गई हैं.
बर्फबारी का मजा लेने उमड़े पर्यटक
देश-विदेश से आए पर्यटक यहां की ताजा बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. सैलानियों ने बताया कि चोपता और तुंगनाथ का नजारा स्वर्ग जैसा है. यह क्षेत्र अपने आप में एक अलग ही दुनिया प्रतीत होता है. पुलिस और प्रशासन की चुस्त व्यवस्था के कारण सैलानी निश्चिंत होकर नए साल का जश्न मना रहे हैं.
पर्यटन को बढ़ावा
शीतकालीन यात्रा के चलते उत्तराखंड में पर्यटन को भी खासा बढ़ावा मिला है. मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से मशहूर चोपता-तुंगनाथ में हर साल बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं, और इस बार भी यह परंपरा जारी है.
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