Bundelkhand Expressway: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सूरज उगलेगा सोना, UP का पहला सोलर एक्सप्रेसवे बदलेगा तस्वीर
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Bundelkhand Expressway: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सूरज उगलेगा सोना, UP का पहला सोलर एक्सप्रेसवे बदलेगा तस्वीर

Bundelkhand Expressway: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को योगी सरकार प्रदेश के पहले सोलर एक्सप्रेसवे के तौर पर विकसित करने के लिए तैयार है. एक्सप्रेसवे पर पीपीपी मॉडल के अंतर्गत सोलर प्लांट्स भी लगाए जाएंगे. जिसते माध्यम से 550 मेगावॉट सोलर पावर जेनरेशन किया जाएगा.

Bundelkhand Expressway

Solar Expressway in Bundelkhand: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को योगी सरकार प्रदेश के पहले सोलर एक्सप्रेसवे के तौर विकसित करने के लिए तैयार है. पीपीपी मॉडल के अंतर्गत एक्सप्रेसवे पर सोलर प्लांट्स लगाए जाएंगे. इसके माध्यम से 550 मेगावॉट सोलर पावर का जेनरेशन किया जा सकेगा. एक्सप्रेसवे पर 1700 हेक्टेयर भूमि की पहचान की गई जहां पर प्लांटस लगाया जाएगा. इस परियोजना को लेकर कई बड़ी कंपनियां अपनी रुचि दिखा रही हैं. 

आर्थिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी
अगर परियोजना अच्छे से पूरा हो जाता है तो साथ ही बड़ी मात्रा में ग्रीन एनर्जी भी हासिल किया जा सकेगा. ग्रीनहाउस गैस कम निकलेगा साथ ही जलवायु परिवर्तन की दर भी कम होगी. इस परियोजना का लाभ ये भी होगा कि एक एनर्जी सोर्स में इजाफा देखा जा सकेगा ताकि ओपन ग्रिड एक्सेस के तौर पर आर्थिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी देखा जा सकेगा. एक और बात पर ध्यान देना होगा कि एक्सप्रेसवे से जुड़े एक लाख घरों में हर दिन उजाला लाया जा सकेगा. यह परियोजना 25 वर्ष की है जिसमें पे बैक पीरियड 10 से 12 वर्ष तय है. 

जल्द होगी प्रक्रिया शुरुआत
इस परियोजना के लिए जो भी निवेशक कंपनियां है उनके प्रस्तावों को उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) स्टडी करने में लगा है. अपने प्रेजेंटेशन को 8 प्रमुख सोलर पावर डेवलपर्स ने पूर्ण किया जिसमें कई बड़े नाम हैं. 
ये नाम हैं-
टस्को, टोरेंट पावर
सोमाया सोलर सॉल्यूशंस
3 आर मैनेजमेंट
अवाडा एनर्जी
एरिया बृंदावन पावर
एरिशा ई मोबिलिटी 
और महाप्राइट.

ऊर्जा संबंधी जरूरतें होंगी पूरी 
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को जब सोलर एक्सप्रेसवे के तौर पर विकसित कर दिया जाएगा तो यूपीडा को भी बड़े पैमाने पर फायदा होगा. इससे यूपीडा को लीज रेंट पर 4 करोड़ रुपये की आय होने के पूरे आसार है. वहीं जो भी ऊर्जा उत्पन्न होगा उसे विक्रय के भाग के तौर पर भी 50 करोड़ रुपये सालाना प्रॉफिट मिल पाएगा. इतना ही नहीं, बुंदेलखंड, पूर्वांचल, आगरा-लखनऊ के साथ ही गोरखपुर एक्सप्रेसवे पर सोलर प्लांट्स लगाए जाने से उसे ऊर्जा खपत पर 6 करोड़ रुपये का मुनाफा सालाना हो पाएगा. इसके अलावा कई बेसिक लाभ भी हो सकेगा, जैसे कि एक्सप्रेसवे पर इलेक्ट्रिक गाड़िया चार्जिंग और अन्य ऊर्जा संबंधी जरूरतों को पूरा कर पाएंगी.

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