World population day: जैसा कि, हम जानते हैं दुनियाभर में विश्व जनसंख्या दिवस हर साल की तरह आज ही के दिन मनाया जाता है. ये दिन हर देश की आबादी और उनके लिए मौजूद मूलभूत सुविधाओं के परिपेक्ष्य को पेश करता है. तो आज हम बात करेंगे भारत के सबसे बड़े राज्यों में शुमार उत्तर प्रदेश की, जो जनसंख्या के मामले में काफी आगे है.
उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडल में आते हैं. इसके सबसे उत्तर में सहारनपुर, सबसे पूर्व में बलिया, सबसे दक्षिण में सोनभद्र और सबसे पश्चिम में शामली जिला है. इसके साथ ही सोनभद्र एक ऐसा जिला है, जिसकी सीमा भारत के चार राज्यों से छूती है. ये जिला मध्यप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार के साथ अपनी सीमा साझा करता है.
यूपी का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी जिला है, जो 7680 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इस जिले में खैर के अधिक वृक्ष पाए जाते हैं, जिससे इस जिले के नाम में हमें खीरी देखने को मिलता है. दूसरे नंबर पर सोनभद्र है, जिसका क्षेत्रफल 6788 वर्ग किलोमीटर है. तीसरे नंबर पर हरदोई (5986), बहराईच (5745), सीतापुर (5743), प्रयागराज (5482), बदायूं (5168), ललितपुर (5039), झांसी (5024) और रायबरेली (4609) है.
उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला हापुड़ है, जो कि 660 वर्ग किलोमटीर में फैला हुआ है. आपको बता दें, हापुड़ का गठन 28 सितंबर 2011 को हुआ था. इसे गाजियाबाद से अलग करके बनाया गया था. इस जिले में कुल 272 ग्राम पंचायत और 352 गांव आते हैं. इस जिले की तहसील की बात करें, तो वे हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर और धौलाना है.
उत्तर प्रदेश में महोबा सबसे कम जनसंख्या वाला जिला है. यहां की जनसंख्या 2011 में 8, 75, 958 दर्ज की गई थी. ये जिला बुंदेलखंड में आता है. ये पहले बुंदेलखंड की राजधानी हुआ करता था. वहीं दूसरा सबसे कम आबादी वाला जिला चित्रकुट है.
प्रयागराज उत्तर प्रदेश का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला है. 2011 की जनगणना के मुताबिक, प्रयागराज की आबादी 5, 954, 391 है. प्रयागराज गंगा, यमुना और गुप्त सरस्वती नदी के संगम पर बसा है. यूपी का कानपुर सर्वाधिक जनसंख्या वाला शहर है. कानपुर नगर की आबादी 45, 42,184 है.
जनगणना 2011 आंकड़ों के मुताबिक, यूपी की जनसंख्या लगभग 20 करोड़ है. कुल आबादी में लगभग 15.9 करोड़ हिंदू समुदाय के लोग हैं. लगभग 308 करोड़ मुस्लिम आबादी है. वहीं प्रदेश की आबादी का 1 फीसदी से भी कम हिस्सा ईसाई धर्म के लोगों का है. 2001 से 2011 के बीच यूपी की हिंदू आबादी में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ.
उत्तर प्रदेश की कुल साक्षरता दर की बात करें, तो यह 67.68 प्रतिशत है. इसमें से पुरुषों की साक्षरता दर 77.3 प्रतिशत और महिलाओं की साक्षरता दर 57.2 प्रतिशत है. यह आंकड़े 2011 में दर्ज किए गए थे.
अब हम यूपी के सबसे कम पढ़ी-लिखी महिलाओं वाले जिले को भी जान लेते हैं. यूपी के श्रावस्ती जिले में सबसे कम पढ़ी-लिखी महिलाएं हैं. यहां महिलाओं की साक्षरता दर 34.8 फीसदी है. यही वजह है कि यह सबसे कम पढ़ी-लिखी महिलाओं वाला जिला है.
राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा महिलाओं वाले जिले में से एक है. ये शहर 5वें नंबर है और यहां 21,95,362 महिलाएं रहती हैं. 22, 68, 820 की महिला जनसंख्या के साथ मुरादाबाद लिस्ट में चौथे नंबर पर है. पूर्वी यूपी का जौनपुर जिला 22, 73, 739 की महिला जनसंख्या के साथ तीसरे नंबर पर है. आजमगढ़ में 23,28, 909 महिलाओं के साथ दूसरे नंबर पर हैं. वहीं प्रयागराज 28,22,584 महिला जनसंख्या के साथ पहले स्थान पर है.